दमदार बनने की चाहत में न खो दें सेहत, वेटलिफ्टिंग से हो सकता है हर्निया का खतरा

दरअसल, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के लिए की जाने वाली वेट लिफ्टिंग 25-35 साल के यंग एज लोगों में ग्रोइन एरिया में हार्निया की समस्या बढ़ा रही है। एक्सपर्ट का मानना है कि इन दिनों जिम जाने वाले लोगों में करीब हार्निया की समस्या करीब 20 प्रतिशत तक बढ़ गई है।

बिना एक्सपर्ट जिम में एक्सरसाइज करना कितना खतरनाक है

जिम में हैवी वेट उठाने से इनजेनुअल हॉर्निया की समस्या पैदा होने लगती है। ये ग्रोइन में होने वाला हार्निया है जिसमे पेट के टिश्यू पेट के निचले हिस्से के टिश्यू पर प्रेशर डालते हैं। जिससे ग्रोइन एरिया में दर्द महसूस होता है और साथ ही भारीपन और प्रेशर जैसा महसूस होता है। ये दर्द और भारीपन वेट लिफ्टिंग की वजह से बढ़ जाता है।

जिम में वेट लिफ्टिंग करते वक्त रखें इन बातों का ध्यान

  • स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के लिए जब भी एक्सरसाइज कर रहे तो वेट लिफ्टिंग से पहले बॉडी को वार्मअप एक्सरसाइज करना जरूरी है।
  • बहुत ज्यादा भार अचानक से ना उठाएं। सबसे पहले घुटनों को मोड़े।
  • कमर से झुककर सीधे वजन ना उठाएं।
  • वेट लिफ्टिंग करते वक्त कभी भी जल्दीबाजी ना करें।
  • इसके अलावा बिना ट्रेनर या एक्सपर्ट के वेट लिफ्टिंग ना करें।
  • बेल्ट लगाकर और अपने एब्स को मजबूत करने के बाद ही वट लिफ्टिंग करें।
  • अगर दर्द हो रहा तो फौरन वजन को नीचे रख दें और दोबारा उठाने की कोशिश ना करें।

बढ़ रहे हैं हार्निया के मामले

इंटरव्यू में लैप्रेस्कोपिक सर्जन ने बताया कि इस तरह के हार्निया का कारण लगातार खड़े होकर काम करना, अचानक से आने वाली खांसी या छींक, पेशाब या शौच के वक्त प्रेशर पेट पर डालना, प्रेग्नेंसी या मोटापा हो सकता है। लेकिन दस में से 3-4 मामले जिम में हैवी वेट उठाने की वजह से हार्निया के आ रहे हैं।

बिना किसी सही तकनीक के जिम में वेट लिफ्टिंग का पैशन इस तरह की बीमारी को पैदा कर रहा है। जिसे ठीक करने के लिए सर्जरी की जरूरी हो जाती है।

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