अगर मीठी चीज खा ली तो डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी का खतरा मंडराता रहता है। जो एक साथ कई सारी समस्याओं को पैदा करता है। ऐसे में लोग डर के मारे चीनी खाना बिल्कुल छोड़ ही देते हैं। लेकिन डब्ल्यूएचओ ने चीनी के कंजप्शन को लेकर गाइडलाइन जारी की थी। जिसमे बताया गया था कि एक दिन में कितनी चीनी खाकर भी हेल्दी और बीमारियों से सेफ रहा जा सकता है।
चीनी के नुकसान
दरअसल, चीनी खाने के केवल डायबिटीज ही नहीं होती बल्कि ये धीरे-धीरे शरीर में बीमारियां फैलाती है। क्योंकि कई बार ब्लड शुगर स्पाइक होने से दूसरी समस्याएं कमजोरी, चक्कर होने लगता है। वहीं वजन का बढ़ना, दांतों में कैविटी भी काफी मुसीबत भऱी समस्या है। जिसकी वजह से मीठे से दूर रहने में ही भलाई है।
एक दिन में कितनी चीनी खाएं
लेकिन वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने काफी साइटिंफिक तरीके से बताया है कि दिनभर में सभी तरह के मीठी चीजों जिसमे फ्रूट जूस, फ्रूट जूस कंसंट्रेट, शहद, सीरप शामिल हैं। इन सबकी मिठास मिलाकर एनर्जी का 10 प्रतिशत कंज्यूम करना चाहिए। मतलब कि दो हजार कैलोरी लेने वाले एडल्ट इंसान को 50 ग्राम से कम फ्री शुगर यानी नेचुरल चीजों से मिलने वाली मिठास दिनभर में खानी चाहिए। यानी लगभग दस चम्मच से कम शुगर।
छोटे बच्चों के लिए होनी चाहिए ये मात्रा
एक से तीन साल के बच्चे के लिए लगभग छ चम्मच शुगर यानी 30 ग्राम के करीब होनी चाहिए। वहीं 4 से 6 साल के बच्चे के लिए 35 ग्राम से ज्यादा नहीं और 7-10 साल के बच्चे के लिए 42 ग्राम से ज्यादा फ्री शुगर यानी नेचुरल तरीकों से ली गई शुगर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। फ्री शुगर का उदाहरण देते हुए बताते हैं कि 250 मिली नींबू के शरबत में 18 ग्राम फ्री शुगर होती है। इस तरह के शुगर की मात्रा दिनभर में उम्र के हिसाब से होनी चाहिए।
एक साल तक नहीं देना चाहिए शुगर
वहीं जीवन के पहले एक साल में बच्चे को शुगर की जरा भी मात्रा नहीं देनी चाहिए।
शुगर नही है हेल्थ के लिए अच्छी
हालांकि अगर बच्चे या एडल्ट एक्टिव पर्सन नही है और वर्कआउट, जॉगिंग, एक्सरसाइज से दूर रहते हैं। तो ऐसे लोगों के लिए किसी भी तरह की मिठास हार्मफुल होती है। इनएक्टिव लोगों को चीनी की बिल्कुल मात्रा नहीं खानी चाहिए।