कई बार यह पसंद व्यक्ति की आदत होती है तो कई बार कोई मजबूरी। वजह चाहे कुछ भी हो, लेकिन क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि ठंडा भोजन करने की आपकी आदत आपको कुछ ही समय में बीमार बना सकती है। बता दें, पारंपरिक चीनी चिकित्सा (टीसीएम) के अनुसार, ठंडा भोजन खाने से विशेष रूप से महिलाओं को सूजन, ब्लोटिंग और ऐंठन जैसी आंत संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
ठंडा भोजन करने के नुकसान
पाचन
ठंडा भोजन करने से व्यक्ति को पेट संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। जबकि गर्म भोजन पेट खराब होने का रिस्क कम कर देता है। ऐसा भोजन शरीर में पहुंचकर आसानी से पच जाता है। बता दें, कई बार ठंडा खाना खाने के कारण पेट में ऐठन महसूस होने लगती है, जिसे एब्डॉमिनल स्पैज्म कहा जाता है।
कमजोर मेटाबॉलिज्म
ठंडा भोजन करने से शरीर का मेटाबॉलिज्म कमजोर पड़ सकता है। जबकि गर्म और फ्रेश खाना खाने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट हो सकता है। दरअसल, ठंडे भोजन को गर्म करने के लिए शरीर को ज्यादा ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है। जिससे कैलोरी बर्न की प्रकिया धीमी हो सकती है।
गैस और सूजन
ठंडा खाना खाने से गैस और सूजन की समस्या पैदा हो सकती है। दरअसल, ठंडा भोजन, खासतौर पर ठंडे चावल का सेवन, गैस और सूजन की समस्या को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता सकता है।
फूड पॉइजनिंग
ठंडे खाने में बैक्टीरिया हो सकते हैं. गर्म खाने में बैक्टीरिया जन्म नहीं ले सकते हैं. ठंडे खाने की तुलना में गर्म खाना ज्यादा पौष्टिक माना जाता है। गलत तरह से स्टोर किए हुए ठंडे खाने में विशेष रूप से चावल को दोबारा गर्म करने पर उसमें बैसिलस सेरेस जैसे हानिकारक बैक्टीरिया पनप सकते हैं। जो भोजन में विषाक्त पदार्थों का उत्पादन करके फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ा सकते हैं।
मोटापा
ठंडा या फ्रिज से निकला हुआ भोजन करने से डाइजेशन बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। जिसकी वजह से कई बार शरीर का वजन भी बढ़ने लगता है। दरअसल, खराब पाचन क्रिया की वजह से पेट में गया खाना समय पर नहीं पचा पाता है और वजन बढ़ने का एक कारण बनने लगता है।