खासतौर पर मौसम में ठंड और नमी आते ही ये दर्द बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि दवाओं के साथ ही खानपान का भी ध्यान रखा जाए। अगर ज्वाइंट्स पेन की समस्या बढ़ रही है तो फौरन अपनी डाइट से इन खाने की चीजों को बाहर कर दें। जानें कौन से हैं वो फूड्स।
स्वीट ड्रिंक और मीठे फूड्स
2020 की एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग लाइफ में स्वीट ड्रिंक ज्यादा पीते हैं उनमे रूमेटाइड आर्थराइटिस का खतरा ज्यादा होता है। मीठे फूड्स और मीठी कोल्ड ड्रिंक्स में पॉश्चराइज शुगर होती है जो साइटोकिन्स की मदद से शरीर में सूजन पैदा करती है। जिसकी वजह से जोड़ों में भी सूजन होती है और दर्द बढ़ता है। यहीं नहीं चीनी की वजह से वजन भी बढ़ता है।
प्रोसेस्ड मीट
प्रोसेस्ड मीट जो लैब में बनकर तैयार होते हैं और रेड मीट यानी मटन और बड़े जानवरों के मांस, जोड़ों के दर्द को बढ़ाने का काम करते हैं।
प्यूरिन पाए जाने वाले फूड्स
जिन फूड्स में प्यूरिन की मात्रा होती है उसे अक्सर गाउट से पीड़ित लोगों को ना खाने की सलाह दी जाती है। प्यूरिन यूरिक एसिड में कन्वर्ट होता है और शरीर के जोड़ों में इकट्ठा होकर सूजन और दर्द की समस्या पैदा करता है। प्यूरिन वाले फूड्स जैसे जानवरों के अंग लिवर और किडनी, कैंडी, डेजर्ट, किशमिश, फलों के जूस, सैचुरेटेड फैट वाली चीजों में होता है। कुछ सब्जियों में भी प्यूरिन की मात्रा होती है जिसमे फूलगोभी, पालक और मशरूम शामिल हैं।
ओमेगा 6 फैटी एसिड
जिन तेल में ओमेगा 6 फैटी एसिड होता है वो जोड़ों के दर्द यानी आर्थराइटिस की समस्या को बढ़ा सकते हैं। सनफ्लावर सीड्स, वेजिटेबल्स ऑयल, कॉर्न ऑयल। हालांकि ध्यान रहे कि ओमेगा 6 फैटी एसिड को थोड़ी मात्रा में इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन लगातार इसे खाना आर्थराइटिस को बढ़ाता है।
सेचुरेटेड फैट
बटर, चीज, मीट इन सारी चीजों में सैचुरेटेड फैट होता है। ये शरीर में मोटापा और सूजन बढ़ाने में मदद करते हैं। जिससे जोड़ों का दर्द बढ़ता है।
ज्यादा नमक वाले फूड्स
जिन फूड्स में ज्यादा नमक जैसे चिप्स और पैकेट वाले खाने की चीजें होती है। उन्हें भी खाना अवॉएड करना चाहिए। हाई सोडियम शरीर में रूमेटाइड आर्थराइटिस का खतरा बढ़ाता है।