नई दिल्ली, 18 सितम्बर, 2023 : सायटिका का दर्द सायटिक नर्व के दबने की वजह से होता है। जो कि पैर के निचले हिस्से और घुटनों की मसल्स को कंट्रोल करती है। साथ ही सायटिक नर्व की वजह से ही पैरों में फीलिंग्स होती है। जब इस नस में खिंचाव या गड़बड़ी आ जाती है तो पैरों के निचले हिस्से में दर्द और कई बार सुन्नपन का एहसास होता है।
ज्यादातर लोगों को सायटिका का दर्द कम के निचले हिस्से से शुरू होता है लेकिन धीरे-धीरे ये दर्द पैरों में पहुंच जाता है। जिसकी वजह से कमजोरी और पैरों में झनझनाहट भी महसूस होती है।
सायटिका की वजह से होने वाली तकलीफ में स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज राहत पहुंचाती है। ये योगा पोज सायटिका की तकलीफ को कम करने में मदद करते हैं।
शलभासन
- शलभासन करने से कमर में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। ये सायटिक नर्व पर असर करती है और होने वाले दर्द को कम करती है। शलभासन में मांसपेशियों को स्ट्रेच किया जाता है।
शलभासन करने के लिए इन स्टेप को फॉलो करें
- सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं।
- फिर पैरों को बिल्कुल सीधा कर हवा में उठाएं
- हथेलियों की मुट्ठी बनाकर उसे जांघ के ऊपर रखें।
- धीरे-धीरे पैरों को ऊंचा उठाएं। फिर इसी मुद्रा में करीब कुछ सेकेंड रहें और धीरे-धीरे पैर नीचे लाएं।
सुप्त पादांगुष्ठासन
- इस आसन में पैरों को स्ट्रेच किया जाता है। जिससे सायटिक नस को आराम मिलता है और दर्द से राहत मिलती है।
- सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- पैरों को फैला लें।
- अब एक पैर को उठाकर उसमे लंबा सा कपड़ा पंजे में फंसाकर पंजे को उठाएं।
- पैरों को कपड़े की सहायता से धीरे-धीरे स्ट्रेच करें। ध्यान रहे कि घुटनों को बिना मोड़े पैरों को सिर की दिशा में खींचना है। कुछ सेकेंड तक ऐसे ही करें।
अपानासन योग
- अपानासन योग सायटिका के दर्द और पैरों में रहने वाले सुन्नपन को खत्म करने में मदद करेगा। अपानासन पवनमुक्तासन की तरह किया जाता है।
- इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।
- दोनों पैरों को उठाएं और घुटनों के पास से मोड़ें।
- फिर घुटनों को ठोढ़ी से टच कराएं। घुटनों को हाथों की मदद से पकड़े रहे।
- कुछ देर इसी मुद्रा में रहें और फिर दूसरे पैरों से भी स्ट्रेच को करें।