Jharkhand Milk-Rice Sweet : नवरात्रि का पर्व आते ही घरों में तरह-तरह के पकवान और मिठाइयों की खुशबू फैल जाती है।
आमतौर पर लोग खीर, हलवा या लड्डू बनाते हैं, लेकिन अगर आप इस बार कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं, तो झारखंड की मशहूर पारंपरिक मिठाई “दुधौरी” जरूर बनाएं।
यह मिठाई दूध और चावल से तैयार होती है और स्वाद में इतनी खास होती है कि इसे खाने वाला बार-बार याद करता है।
दुधौरी न सिर्फ परिवार को पसंद आती है बल्कि इसे देवी मां को भोग लगाने के लिए भी आदर्श माना जाता है। ग्रामीण इलाकों में नवरात्रि के दौरान इसे बनाने की परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है।
दुधौरी बनाने की विधि
सबसे पहले चावल को धोकर लगभग आधे घंटे तक पानी में भिगो दें। फिर पानी निचोड़कर चावल को मिक्सी या ग्राइंडर में बारीक पीस लें।
अब इसमें थोड़ा दूध मिलाकर आटे की तरह गूंध लें। एक तरफ चीनी की चाशनी तैयार कर लें।
गूंथे हुए आटे से छोटे-छोटे गोल या बेलननुमा आकार बना लें। अब इन्हें घी या तेल में सुनहरा होने तक तल लें।
तले हुए दुधौरी को तैयार चाशनी में डुबो दें।
लीजिए, तैयार हो गई आपकी झारखंडी दुधौरी मिठाई। चाहें तो इसमें इलायची पाउडर और केसर डालकर स्वाद और सुगंध को और बढ़ा सकते हैं।
दुधौरी का महत्व
दुधौरी को दूध और चावल से तैयार किया जाता है, जो शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।
यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों में इसे खासतौर पर नवरात्रि में देवी मां को प्रसाद स्वरूप अर्पित किया जाता है।
एक घंटे से भी कम समय में बनने वाली यह मिठाई त्योहार की रौनक को और भी बढ़ा देती है।
