आजकल ज्यादातर लोग बैली फैट से बेहद परेशान रहते हैं। पेट के आसपास जमा फैट शरीर पर जमा बाकी फैट की तुलना में देरी से जाता है। ऐसे में अगर आप भी अपने बैली फैट से जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं तो जान लें कौन सी 5 चीजें आपके बैली फैट का कारण बनती हैं और किन चीजों को खाने से पेट पर जमा चर्बी से छुटकारा मिल सकता है।
पेट की चर्बी को बढ़ाते हैं ये 5 फूड
सफेद चावल
बैली फैट से निजात पाने के लिए अकसर डाइट में साबुत अनाज और फाइबर रिच फूड्स को शामिल करने की सलाह दी जाती है। जबकि कई अध्ययनों में सफेद चावल जैसे अनाज को वजन, पेट की चर्बी और मोटापा बढ़ने का कारण माना जाता है। ऐसे में आप बैली फैट को कम करने के लिए सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस को डाइट में शामिल करें।
फ्रेंच फ्राइज
आपके पसंदीदा फ्रेंच फ्राइज और चिप्स जैसे स्नैक्स भी आपके बैली फैट को बढ़ाने की वजह बन सकते हैं। इनका नियमित सेवन आपकी कमर के साइज को तेजी से बढ़ा सकता है। 20 साल के हार्वर्ड अध्ययन में पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से फ्राइज का सेवन करते हैं उनका वजन हर चार साल में तीन पाउंड से अधिक बढ़ जाता है। फ्रेंच फ्राइज़ में कार्ब्स और ट्रांस फैट की मात्रा अधिक होने की वजह से पेट की चर्बी और उसके बाद हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ने का खतरा बना रहता है।
आइसक्रीम
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की फेवरेट, आइसक्रीम भी आपके जिद्दी बैली फैट का कारण बन सकती है। आइसक्रीम में चीनी और संतृप्त वसा की मात्रा अधिक होती है। जिसका नियमित सेवन करने से वजन बढ़ने के साथ कमर के आसपास भी चर्बी जमा हो सकती है।
डाइट सोडा
डाइट सोडा में मौजूद कृत्रिम स्वीटनर एस्पार्टेम पेट की चर्बी बढ़ा सकता है। इतना ही नहीं डाइट सोडा पीने से मोटापे और मेटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा भी बढ़ सकता है। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि डाइट सोडा पीने से वरिष्ठ नागरिकों की कमर का आकार बढ़ जाता है। अध्ययन में पाया गया कि कोई व्यक्ति जितना अधिक डाइट सोडा पीता है, उसकी कमर बढ़ने की संभावना उतनी ही अधिक होती है।
शराब
शराब में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसके अधिक सेवन से पेट के आस-पास चर्बी जमा हो सकती है।
बैली फैट कम करने में मदद करते हैं ये फूड
फलियां
प्रोटीन और फाइबर रिच खाद्य पदार्थ आपके बैली फैट को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप अपनी डाइट में चने, सोयाबीन, मूंगफली, बीन्स और मटर को शामिल करें। इन चीजों को डाइट में शामिल करने से लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं होता है, जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है।
दही
दही प्रोटीन और कैल्शियम का रिच सोर्स होने के साथ अच्छा प्रोबायोटिक भी माना जाता है। दही के नियमित सेवन से पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिल सकती है। यह आंत की सेहत में सुधार करके एसिडिटी और सूजन में राहत देता है। इसके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा हुआ रहता है। जिससे व्यक्ति अधिक कैलोरी के सेवन से बच जाता है।
सेब
सेब में फाइबर, विशेष रूप से पेक्टिन, अच्छी मात्रा में मौजूद होता है, जो बार-बार लगने वाली भूख को शांत करने का काम कर सकता है। सेब में मौजूद पॉलीफेनोल्स वसा को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट पुरानी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। जर्नल ऑफ ओलेओ साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि सेब पॉलीफेनोल्स युक्त पेय पदार्थ शरीर में वसा को कम करने की क्षमता रखते हैं।
मेथी के बीज
मेथी के बीज में मौजूद गैलेक्टोमैनन भूख को कम करके चयापचय में सुधार करने में मदद करता है। मेथी का नियमित सेवन पाचन में सुधार करके पेट की चर्बी घटाने में मदद कर सकता है।