अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो पंजाब में मेडिकल टूरिज्म बढ़ाने के लिए खुलवा देंगे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर : चन्नी
जालंधर में अपने आवास पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में चन्नी ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो बाघा बॉर्डर खोला जाएगा। इस से पाकिस्तानी लोग इलाज के लिए भारत में आ सकेंगे और पंजाब में मेडिकल टूरिज्म बढ़ेगा। गौर तलब है कि एक दिन पहले पंजाब में हुई रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस को पाकिस्तान की हिमायती बताते हुए जमकर आलोचना की थी। मोदी ने कहा था कि इंडी गठबंधन पाकिस्तान की जुबान बोल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की रैली फ्लॉप रही
चन्नी ने पंजाब में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली पर सवाल खड़े किए। चन्नी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की रैली पूरी तरह से फ्लॉप रही। आठ जिलों से लोग बुलाये मगर फिर भी भीड़ नहीं जुट सकी। पंजाब की जनता को आस थी कि प्रधानमंत्री पंजाब के लिए कोई बड़ी घोषणा कर के जायेंगे मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ।
न ही वह कोई रोड मैप देकर गए। जालंधर के लिए एम्स, कॉलेज या कुछ और बनाने का वादा तक भी नहीं किया। पंजाब में बंद पड़ी कई इंडस्ट्री को फिर से जिंदा करने के लिए कोई पैकेज देने की बात नहीं की। किसान और किसानी की कोई बात नहीं की। ऐसे में पंजाब में प्रधानमंत्री का आना बेकार साबित हुआ। हमारे यहां एक एयरपोर्ट बना।
हमने पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजा और कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज के नाम पर एयरपोर्ट का नाम रखना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार जो बीजेपी की है, ने दलित विरोधी होने के कारण हमारी मांग पर ध्यान नहीं दिया।
चुनाव आयोग दे चुका कड़ी चेतावनी
जालंधर से कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी अपने विवादित बयान की वजह से लगातार चर्चा में हैं। दो दिन पहले ही चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर चरणजीत सिंह चन्नी को कड़ी चेतावनी दी थी। चन्नी ने पुंछ आतंकी हमले को एक चुनावी स्टंट कहा था। उन्होंने कहा था कि इसका उद्देश्य भाजपा को लोकसभा चुनाव जिताना था।
निर्वाचन आयोग ने चन्नी की ओर से की गई टिप्पणी पर एतराज जताते हुए इसको आदर्श चुनाव आचार संहिता के मैनुअल के अनुबंध-1 की धारा 2 (जनरल कंडक्ट) का उल्लंघन माना है। जिसमें कहा गया है कि विरोधी पार्टियों की आलोचना पार्टी की नीतियों, कार्यकर्मों, इसके पिछले रिकॉर्ड और कामों तक ही सीमित होनी चाहिए। निर्वाचन आयोग ने चन्नी को भविष्य में ऐसी उल्लंघन से बचने की सलाह और चेतावनी देते हुए चुनाव आचार संहिता के सही अर्थों में पालना को यकीनी बनाने के लिए कहा था।