इस साल सावन का महीना 19 अगस्त तक चलने वाला है। सावन का चौथा सोमवार व्रत श्रावण महीने में शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन रखा जाएगा। सावन का ये चौथा सोमवार अद्भुत और शुभ माना जा रहा है। इस दिन 2 शुभ योगों का निर्माण हो रहा है।
ब्रह्म मुहूर्त से ही शुक्ल योग रहेगा, जो शाम 04:26 बजे तक रहने वाला है। इसके बाद ब्रह्म योग की शुरुआत होगी, जो अगले दिन शाम तक रहेगा। यह दोनों ही योग किसी भी काम के लिए बेहद शुभ माने जाते हैं। इसके साथ ही चित्रा और स्वाती नक्षत्र का निर्माण भी हो रहा है। आइए जानते हैं सावन चौथे सोमवार के दिन पूजा का मुहूर्त, विधि और उपाय-
सावन सोमवार पूजा-विधि
स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण कर लें। शिव परिवार सहित सभी देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करें। अगर व्रत रखना है तो हाथ में पवित्र जल, फूल और अक्षत लेकर व्रत रखने का संकल्प लें। घर के मंदिर में में दीपक जलाएं। फिर शिव मंदिर या घर में भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव परिवार की विधिवत पूजा-अर्चना करें। अब सावन सोमवार व्रत की कथा सुनें। फिर घी के दीपक से पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आरती करें। भोग लगाएं। शिव चालीसा पढ़ें। ॐ नमः शिवाय का मंत्र-जाप करें। अंत में क्षमा प्रार्थना भी करें।
मंत्र- ॐ नमः शिवाय, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं, ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ||
भोग- मखाना, दूध की बर्फी, बेर का फल, मिश्री, सफेद मिठाई, बादाम/मखाने की खीर, पंचामृत
सावन सोमवार पूजा सामग्री-लिस्ट
- घी
- दही
- सफेद या पीले फूल
- फल
- अक्षत
- बेलपत्र
- धतूरा
- भांग
- शहद
- गंगाजल
- सफेद चंदन
- काला तिल
- कच्चा दूध
- हरी मूंग दाल
- शमी का पत्ता
- मिट्टी के शिवलिंग या शिव प्रतिमा
- गन्ने का रस
- शिव कथा की किताब
सावन सोमवार उपाय
सावन के चौथे सोमवार के दिन किसी गरीब को दूध, दही, चावल, चीनी व दक्षिणा दान करने से धन की प्राप्ति, सुख-शांति के साथ भगवान भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है। चाहे तो ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन भी कराएं। अखंड सौभाग्य का वरदान पाने के लिए माता पार्वती को 16 शृंगार का समान भी चढ़ाएं।
सोमवार के चौथे सोमवार की पूजा का शुभ मुहूर्त
पहला मुहूर्त- 04:23 ए एम से 05:30 ए एम
दूसरा मुहूर्त- 6:00 ए एम से 07:25 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:59 ए एम से 12:52 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 07:03 पी एम से 07:25 पी एम
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल- 07:28 ए एम से 09:07 ए एम
भद्रा- 07:55 ए एम से 08:48 पी एम
यमगण्ड- 10:47 ए एम से 12:26 पी एम
दुर्मुहूर्त- 12:52 पी एम से 01:45 पी एम, 03:31 पी एम से 04:24 पी एम