Kartik Month 2024: जानें भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के सबसे प्रभावी नियम, जानिये इस पवित्र समय में क्या करें और क्या नहीं

Kartik Maas : हिंदू धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्त्व है। कहा जाता है कि व्रतों में एकादशी और महीनों में कार्तिक भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है। इस महीने में भगवान की पूजा अराधना करने से भगवान प्रसन्न होते हैं। कार्तिक मास में स्नान, दान और दीपदान का बहुत अधिक महत्व है।

आपको बता दें कि कार्तिक मास में देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु इस दिन जागते हैं। इस दिन नियमित तौर पर भगवान विष्णु को पंचामृत से स्नान कराना चाहिए और उनके मंत्र पढ़ने चाहिए। अगर सालभर ऐसा ना कर पाएं तो कम से कम कार्तिक मास में ऐसा करें। कार्तिक मास में सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना अत्यंत शुभ है।

विशेषकर गंगा, यमुना या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान का महत्व काफी अधिक है। अगर नदी में स्नान करने नहीं जा सकता हो, तो घर पर ही स्नान कर भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए।

कार्तिक मास के नियम

कार्तिक मास में स्नान करने से जीवन में सुख-समृद्धि, आरोग्य और मानसिक शांति प्राप्त होती है। कार्तिक मास में दीपदान, तुलसी पूजन, भूमि पर सोना, दलहन की चीजों का त्याग करना, आत्म संयन और भोजन का संयम करना चाहिए। इस दिन शंख बजाना चाहिए और भगवान को शंख से स्नान कराना चाहिए। कार्तिक मास में तुलसी की सेवा और उसके सामने दीपक जलाने से भगवान विष्णु प्रसन्न प्रसन्न होते हैं। धन समृद्धि की प्राप्ति के लिए शालिग्राम रुप में भगवान विष्णु की पूजा करें। रोजाना करें।

इस महीने के दौरान किए गए धार्मिक कार्यों का पुण्य कई गुणा बढ़ जाता है। पंडित जी के अनुसार कार्तिक मास को भगवान विष्णु और भगवान शिव की आराधना का विशेष समय माना गया है। विशेषकर कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का महत्त्व अत्यधिक है। शास्त्रों के अनुसार इस मास में स्नान करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष मिलती है।

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