वहीं, शनि देव कुंभ राशि में रहकर वक्री चाल चल रहे हैं। शनि देव के गोचर से कुछ राशियों को नेगेटिव इफेक्ट भी झेलना पड़ रहा है। कर्क, वृश्चिक पर शनि की ढैय्या और कुंभ, मकर, मीन राशि पर शनि की साढ़े साती चल रही है।मान्यता है की प्रदोष के दिन कुछ उपाय करने से शनि की साढ़े साती का प्रभाव कम हो सकता है। आइए जानते हैं प्रदोष और शनि की साढ़े साती का उपाय-
शनि की साढ़े साती के उपाय
- शनि के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए भागवत गीता का पाठ करें
- प्रदोष के दिन हनुमान जी, शिव जी और शनि देव की विधिवत पूजा करें
- हनुमान चालीसा, शिव चालीसा और शनि चालीसा का पाठ करने से भी राहत मिलेगी
- बूढ़े बुजुर्ग और नौकरों के साथ गलत व्यवहार न करें
- गरीबों की सहायता करें और उन्हें भोजन कराएं
- प्रदोष के दिन शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं
- प्रदोष को काले तिल का दान करें
- ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें
- किसी गरीब को भोजन कराना चाहिए या उसकी सहायता करनी चाहिए
- शिव मंदिर में जलाभिषेक करें
शनि बीज मंत्र
ॐ प्रां प्रीं प्रों स: शनैश्चराय नमः ।।
शनि गायत्री मंत्र
ॐ शनैश्चराय विदमहे छायापुत्राय धीमहि ।
शनि पीड़ाहर स्तोत्र
सुर्यपुत्रो दीर्घदेहो विशालाक्ष: शिवप्रिय: ।
दीर्घचार: प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि: ।।
तन्नो मंद: प्रचोदयात ।।
शनि स्तोत्र
ॐ नीलांजन समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजम ।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम ।।
शनि देव को खुश करने वाले आसान मंत्र
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
“ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
“ॐ शन्नो देविर्भिष्ठयः आपो भवन्तु पीतये। सय्योंरभीस्रवन्तुनः।।