इस एकादशी तिथि का महत्व इसलिए अधिक है क्योंकि यह पितृ पक्ष के दौरान आती है। पद्म पुराण के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान आने वाली एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति के सात पीढ़ियों तक के पितृ तर जाते हैं। इंदिरा एकादशी का व्रत करने वाला व्यक्ति सभी सुखों को भोगकर अंत में स्वयं मोक्ष प्राप्त करता है। जानें इंदिरा एकादशी का महत्व, पूजन व व्रत पारण का शुभ मुहूर्त-
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इंदिरा एकादशी पूजन मुहूर्त-एकादशी तिथि 27 सितंबर 2024 को दोपहर 01 बजकर 20 मिनट पर प्रारंभ होगी और 28 सितंबर 2024 को दोपहर 02 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगी। द्रिक पंचांग के अनुसार, एकादशी के दिन पूजन के शुभ मुहूर्त ये हैं-
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:36 बजे से सुबह 05:24 बजे तक।
प्रातः सन्ध्या- सुबह 05:00 बजे से सुबह 06:12 बजे तक।
अभिजित मुहूर्त- सुबह 11:47 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:10 बजे से दोपहर 02:58 बजे तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 06:09 बजे से शाम 06:33 बजे तक।
इंदिरा एकादशी व्रत पारण का समय- पितृ पक्ष में आने वाली इंदिरा एकादशी व्रत का पारण 28 सितंबर 2024, शनिवार को किया जाएगा। व्रत पारण का शुभ मुहूर्त 29 सितंबर को सुबह 06 बजकर 12 मिनट से सुबह 08 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। पारण के दिन द्वादशी तिथि समाप्त होने का समय दोपहर 04 बजकर 47 मिनट है।
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इंदिरा एकादशी व्रत का महत्व-हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, इंदिरा एकादशी व्रत करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और वे बैकुंठ धाम को जाते हैं। इस व्रत के पुण्य प्रभाव से स्वयं के लिए भी स्वर्ग लोक के मार्ग खुलने की मान्यता है।