खास बात यह है कि रक्षा बंधन के दिन ही सावन के आखिरी सोमवार का संयोग भी बन रहा है। हालांकि इस साल रक्षा बंधन पर भद्रा व पंचक का साया होने के कारण लोगों के बीच राखी बांधने के मुहूर्त को लेकर भ्रम की स्थिति है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, भद्रा का समय रक्षा बंधन के लिए अशुभ माना गया है।
किसी भी शुभ कार्य के लिए भद्रा का त्याग किया जाता है। भद्रा शुभ न होने के कारण इसके समाप्त होने के बाद ही रक्षा बंधन किया जाना चाहिए।
जानें इस साल राखी बांधने के शुभ मुहूर्त
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर दोपहर का समय भद्रा आदि की वजह से उपयुक्त नहीं है तो प्रदोष काल का समय भी रक्षा बंधन के लिए शुभ माना गया है।
रक्षा बंधन अनुष्ठान का समय – 01:30 पी एम से 09:07 पी एम
अवधि – 07 घंटे 37 मिनट
रक्षा बंधन के लिये दोपहर का मुहूर्त – 01:42 पी एम से 04:19 पी एम
अवधि – 02 घंटे 37 मिनट
रक्षा बंधन के लिये प्रदोष काल का मुहूर्त – 06:55 पी एम से 09:07 पी एम
अवधि – 02 घंटे 11 मिनट
रक्षा बंधन भद्रा शुरू व अंत समय – 05:52 ए एम से 01:32 पी एम
पंचक का समय- 07:00 पी एम से 05:52 ए एम, अगस्त 20
रक्षा बंधन भद्रा पूँछ – 09:51 ए एम से 10:53 ए एम
रक्षा बंधन भद्रा मुख – 10:53 ए एम से 12:37 पी एम
पूर्णिमा तिथि कब से कब तक- पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त 2024 को सुबह 03 बजकर 04 मिनट पर प्रारंभ होगी और 19 अगस्त को रात 11 बजकर 55 मिनट पर समाप्त होगी।
रक्षा बंधन के दिन इन चौघड़िया मुहूर्त में बांधे राखी
अमृत – सर्वोत्तम- 05:52 ए एम से 07:30 ए एम
शुभ – उत्तम- 09:08 ए एम से 10:46 ए एम
लाभ – उन्नति- 03:40 पी एम से 05:17 पी एम
अमृत – सर्वोत्तम- 05:17 पी एम से 06:55 पी एम