रमजान की आहट से रोजे और इबादत का सिलसिला शुरु होने के साथ ही कुरआन की तिलावत की सदाएं तेज हो जाएंगी। पवित्र माह रमजान की आमद के मद्देनजर हाफिजे कुरआन कमर कस कर तैयार होने लगे हैं। मदरसों में कुरआन की मश्क (अभ्यास) का दौर भी परवान पर है। रहमतों व बरकतों का महीना रमजान मुबारक शुरू होने वाला है। ऐसे में मुस्लिम इलाकों में माह-ए-मुकद्दस को लेकर तैयारियां तेज हो गई है।
मौलाना मेराज अहमद बताया कि सोमवार को चांद का दीदार हो गया है। मंगलवार को पहला रोजा रखा जाएगा। चांद दिखने के साथ ही उसी रात इशा की नमाज के बाद शहर और देहातों में तराबीह शुरू हो गई है। मौलाना खुर्शीद अहमद ने बताया की रमजान को लेकर मस्जिदों की साफ सफाई पूरी हो गई है। रमजान के दौरान तराबीह व सामूहिक नमाज के अवसर पर रोजेदारों की भारी भीड़ उमड़ती है।
शहर काजी तनवीर आलम ने बताया कि यह रमजान हिजरी साल का नौवां महीना है। यह माह सब्र, धैर्य और सहनशीलता की शिक्षा देता है। पूरे माह अल्लाह की इबादत की जाती है। इस पूरे माह दिन में रोजा रखा जाता है और रात में तरावीह पढ़ी जाएगी तथा गरीबों को जकात दी जाएगी। पूरे माह जुमे की नमाज का खास महत्व होता है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम भाई ऐसा कोई काम न करें, जिससे किसी को परेशानी हो। इसी माह होली भी है अत: हम सभी दोनों त्यौहार मिलजुलकर मनाएं। शहर काजी तनवीर आलम ने बताया कि घास मंडी लोहिया बाजार स्थित मस्जिद काजीयान, खालापार फक्करशाह चौक स्थित मस्जिद, बकरा मार्किट स्थित हौज वाली मस्जिद, मल्हूपुरा स्थित पीरवाली मस्जिद, चौडी गली लद्दावाला स्थित मस्जिद लियाकतपुर आदि सभी मस्जिदों में तरावीह पढ़ी जाएगी।