रत्न शास्त्र के अनुसार, स्फटिक रत्न को पहनने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और बहुत ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि ये खास रत्न आर्थिक तंगी को दूर करता है। स्फटिक एक रंगहीन व पारदर्शी पत्थर है। कहते हैं कि इसे मां लक्ष्मी अपने कंठ में धारण करती हैं, इसलिए इसे कंठ हार भी कहा जाता है।
स्फटिक पहनने के लाभ
रत्न शास्त्र के अनुसार, स्फटिक की माला पहनने से जातक को आर्थिक सफलता प्राप्त होती है। उसे जीवन में धन का अभाव नहीं होता है। ऐसे लोग सुख-सुविधाओं भरा जीवन व्यतीत करते हैं। मान्यता है कि यह रत्न पारिवारिक कलह से भी मुक्ति दिलाता है। इस रत्न को धारण करने से मानसिक परेशानी दूर होती है। कहते हैं कि तिजोरी में स्फटिक माला रखने से संपत्ति में वृद्धि होती है। तिजोरी दक्षिण दिशा में रखने से आमदनी में वृद्धि होती है।
शुक्रवार या बुधव के दिन करें धारण: ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, बुधवार या शुक्रवार के दिन स्फटिक धारण करने से जातक के अटके हुए काम पूरे होते हैं। नौकरी पेशा में तरक्की मिलती है। कहा जाता है कि स्फटिक रत्न पहनने से आर्थिक परेशानियां कम होती हैं। स्फटिक को गले की माला व अंगूठी में धारण किया जा सकता है।
स्फटिक कैसे करें धारण- स्फटिक रत्न धारण करने से पहले इसे गंगाजल से शुद्ध कर लें। फिर इसे मां लक्ष्मी के सामने रख दें। अब “ॐ श्री लक्ष्मये नमः” मंत्र का कम से कम 7 बार जाप करें। इसके बाद इसे धारण कर लें।