ज्योतिष के अनुसार, माणिक्य, नीलम और पन्ना समेत कई ऐसे रत्न हैं। जिसे धारण करने से कुंडली में उपस्थित ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों से छुटकारा पाया जा सकता है। हालांकि, कोई भी रत्न ज्योतिषीय सलाह लिए बिना धारण नहीं करना चाहिए। साथ ही कुछ रत्न भी एक साथ नहीं पहनना चाहिए। इससे जीवन में कई दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है। आइए जानते हैं किन रत्नों को एक साथ धारण करने से जीवन में मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है?
माणिक्य रत्न : रूबी यानी माणिक्य रत्न को सूर्य का रत्न माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, रूबी को शुक्र या शनि के रत्न के साथ धारण नहीं करना चाहिए। इसलिए माणिक्य के साथ हीरा या नीलम रत्न नहीं पहनना चाहिए। रूबी के साथ मोती, पन्ना, मूंगा या पुखराज धारण करने से सकते हैं। मान्यता है कि रूबी धारण करने से व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।
नीलम : ज्योतिष में नीलम को शनि का रत्न माना गया है। मान्यता है कि इससे धारण करने से व्यक्ति को शनि के प्रकोप से राहत मिलती है। हालांकि, नीलम को सूर्य,चंद्रमा और मंगल के रत्न के साथ नहीं पहनना चाहिए। इसलिए माणिक्य,मोती और मूंगा के साथ नीलम न पहनने की सलाह दी जाती है। नीलम रत्न को अकेले ही पहना जाता है। हालांकि, आप लीलिया और जमुनिया दो उपरत्नों के साथ भी नीलम रत्न पहन सकते हैं।
पन्ना : रत्नशास्त्र में पन्ना को बुध ग्रह का रत्न माना है। लेकिन बुध के इस रत्न को चंद्रमा और मंगल के रत्न के साथ नहीं पहनना चाहिए। इसलिए ज्योतिष में पन्ना के साथ कभी भी मोती और लाल मूंगा पहनने की सलाह नहीं दी जाती है।