पितृ पक्ष 2024: कब से कब तक है श्राद्ध? तीन पीढ़ियों तक के श्राद्ध की पूरी तिथि सूची

पितरों की पूजा और तर्पण आदि कार्यों के लिए श्राद्ध पक्ष बहुत ही उत्तम माना जाता है।  अपने पूर्वज पितरों के प्रति श्रद्धा भावना रखते हुए आश्विन कृष्ण पक्ष में पितृ- तर्पण और श्राद्ध कर्म करना बहुत जरूरी है।  आपको बता दें कि अपने परिवार में तीन पीढ़ियों तक ही श्राद्ध कर्म किए जाते हैं, उसके बाद श्राद्ध कर्म नहीं किए जाते हैं।

स्वास्थ्य, समृद्धि, आयु, सुख- शान्ति, वंशवृद्धि एवं उत्तम सन्तान की प्राप्ति होती है। श्रद्धापूर्वक किए जाने के कारण ही इसका नाम श्राद्ध है। इस बात का भी ध्यान रहे कि श्राद्धकृत्य अपराह्नकाल व्यापिनी तिथि में किए जाते हैं। 

पितृपक्ष के दौरान हमारे पूर्वज पितृ लोक से धरती लोक पर आते हैं। इसलिए इन दिनों में उनके श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि करने का विधान है। इन 15 दिनों में पितर धरती पर आते हैं और तर्पण को स्वीकार कर जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि पितरों का श्राद्ध आदि करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार पितृ पक्ष का आरंभ 17 सितंबर से हो रहा है और 2 अक्टूबर तक चलेगा। यहां जानें पितृपक्ष की तिथि

17 सितंबर 2024, मंगलवार- पूर्णिमा का श्राद्ध

18 सितंबर 2024, बुधवार- प्रतिपदा का श्राद्ध

19 सितंबर 2024, गुरुवार- द्वितीय का श्राद्ध

20 सितंबर 2024, शुक्रवार तृतीया का श्राद्ध-

21 सितंबर 2024, शनिवार- चतुर्थी का श्राद्ध

21 सितंबर 2024, शनिवार महा भरणी श्राद्ध

22 सितंबर 2014, रविवार- पंचमी का श्राद्ध

23 सितंबर 2024, सोमवार- षष्ठी का श्राद्ध

23 सितंबर 2024, सोमवार- सप्तमी का श्राद्ध

24 सितंबर 2024, मंगलवार- अष्टमी का श्राद्ध

25 सितंबर 2024, बुधवार- नवमी का श्राद्ध

26 सितंबर 2024, गुरुवार- दशमी का श्राद्ध

27 सितंबर 2024, शुक्रवार- एकादशी का श्राद्ध

29 सितंबर 2024, रविवार- द्वादशी का श्राद्ध

29 सितंबर 2024, रविवार- माघ श्रद्धा

30 सितंबर 2024, सोमवार- त्रयोदशी श्राद्ध

1 अक्टूबर 2024, मंगलवार- चतुर्दशी का श्राद्ध

2 अक्टूबर 2024, बुधवार- सर्वपितृ अमावस्या

Leave A Reply

Your email address will not be published.