सैमसंग ने दी हैकर्स को 8 करोड़ रुपये की चुनौती! क्या आप ढूंढ पाएंगे सॉफ्टवेयर में छिपे बग्स?

सैमसंग ने अपने सॉफ्टवेयर में खामियों का पता लगाने के लिए सारी दुनिया के हैकर्स, अटैकर्स, रिसर्चर्स और साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स को चुनौती दी है और 8 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम दे रहा है। कंपनी ऐसा अपने नए बग बाउंटी प्रोग्राम के तहत कर रही है।

बग बाउंटी प्रोग्राम का मकसद किसी सिस्टम में मौजूद खामियों का पता लगाना होगा है और ऐसा करने वालों को बदले में इनाम दिया जाता है। टेक कंपनी ने अपने मोबाइल सिक्योरिटी प्रोग्राम में किसी तरह की खामी का पता लगाने वालों के लिए इनाम की घोषणा की है। सैमसंग ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि सिक्योरिटी रिसर्चर्स से लेकर एथिकल हैकर्स तक सभी को उनके सिस्टम की खामियों का पता लगाने पर इनाम मिलेंगे।

किन खामियों का पता लगाने पर मिलेंगे इनाम?

सैमसंग ने बताया है कि अलग-अलग तरह की सुरक्षा खामियों और उनके सिस्टम में आर्बिटरेरी कोड एग्जक्यूशन से जुड़ी दिक्कतों का खुलासा करने और सिस्टम्स को नुकसान पहुंचाने वाले रिसर्चर्स को बाउंटी दी जाएगी। कंपनी जिन खामियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है, उनमें डाटा एक्सट्रैक्शन, डिवाइस को अनलॉक करना, आर्बिटरेरी ऐप्लिकेशन इंस्टॉलेशन या डिवाइस की सुरक्षा को बायपास करने जैसी चीजें शामिल हैं।

अलग-अलग खामियों के लिए अलग इनाम राशि

रिसर्चर्स की ओर से जिस खामी का पता लगाया जाता है, वह कितनी खतरनाक है, इस आधार पर बग बाउंटी प्रोग्राम की वैल्यू बढ़ाकर अब 10 लाख डॉलर (करीब 8.4 करोड़ रुपये) तक कर दी गई है। सबसे बड़ा इनाम उनके लिए रखा गया है कि जो Knox Vault की सुक्षा को भेदकर हार्डवेयर सिक्योरिटी सिस्टममें रिमोट कोड एग्जक्यूट कर सकेंगे। आपको बता दें, Knox Vault कंपनी का खुद का सुरक्षा सिस्टम है, जो क्रिप्टोग्राफिक कीज से लेकर सेंसिटिव बायोमेट्रिक इन्फॉर्मेशन डिवाइस पर स्टोर करता है।

इन खामियों का पता लगाने पर भी बड़े इनाम

किसी डिवाइस को पहली बार अनलॉक किए जाने के बाद दोबारा अनलॉक करने पर 2 लाख डॉलर (करीब 1 करोड़ रुपये), इसी तरह बिना फोन को ऐसी स्थिति में अनलॉक करने पर जबकि उसे पहले अनलॉक ना किया गया हो, 4 लाख डॉलर (लगभग 2 करोड़ रुपये) की बाउंटी रखी गई है। इसके अलावा अगर कोई गैलेक्सी स्टोर से रिमोटली या फिर बाकी सोर्सेज से रिमोटली ऐप्स अनइंस्टॉल कर देता है, तब भी 4 लाख रुपये तक के इनाम दिए जाएंगे।

आपको बता दें, ऐसे चैलेंज का मकसद किसी सिस्टम में मौजूद खामियों का पता लगाकर उसे फिक्स किया जाना होता है। कंपनी देखना चाहती है कि उनके मौजूदा सिस्टम वाकई मजबूत हैं या नहीं और उनमें किसी तरह से सेंध तो नहीं लगाई जा सकती।

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