हल्द्वानी हिंसा के कई महीने गुजर जाने के बाद भी पुलिस का सख्त ऐशन जारी है। हल्द्वानी हिंसा के मासटमाइंड अबदुल मलिक, उसके बेटे मोईद, पत्नी साफिया समेत 107 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। हिंसा मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस के रडार पर 200 लोग हैं।
पुलिस सूत्रों की बात माने तो पुलिस इनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने में लगी हुई है। आठ फरवरी को हल्द्वानी के वनभूलपुरा इलाके में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार हुए 107 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
लेकिन उस दिन हुई हिंसा के आरोपियों की तलाश अब भी चल रही है। करीब 150-200 लोग अभी पुलिस के रडार पर हैं। वहीं जेल में बंद आरोपियों ने चार्जशीट दाखिल होने के बाद अपनी जमानत की तैयारी शुरू कर दी है।
एक सप्ताह पहले ही सर्पोटिंग डाक्यूमेंट्स के साथ सीओ लालकुआं, सीओ नैनीताल और सीओ रामनगर ने हल्द्वानी में न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन पुलिस ने अभी मामले की जांच बंद नहीं की है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की जांच में हिंसा मामले में कुछ और भी चेहरे सामने आए हैं।
हालांकि अभी पुलिस उनकी लिप्तता को पुख्ता कर रही है। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो रिकॉर्डिंग में सामने आए चेहरों की भी शिनाख्त की जा रही है। हिंसा के दिन हल्द्वानी से फरार हुए ऐसे लोग जो अभी तक वापस नहीं लौटे, उनकी तलाश भी की जा रही है। एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि पुलिस जांच में जो भी लोग सामने आएंगे, उनकी रिपोर्ट कोर्ट में साक्ष्यों के साथ प्रस्तुत की जाएगी।
साफिया मलिक मामले में और शिकंजा कसेगी पुलिस
वनभूलपुरा क्षेत्र के मलिक का बगीचा स्थित नजूल भूमि पर फर्जीवाड़ा कर कब्जा कर इसे खुर्द-बुर्द करने के आरोप में वनभूलपुरा हिंसा मामले के आरोपी अब्दुल मलिक, उसकी पत्नी साफिया मलिक समेत छह लोगों के खिलाफ दर्ज हुए नामजद मुकदमे में पुलिस पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
कोतवाली पुलिस के अनुसार, इस मामले में पुलिस अब आरोपियों पर कड़ा शिकंजा को कसने की तैयारी कर रही है। मामले में पुलिस अभी लगातार स्टांप पेपर व अन्य तरह के सबूत जुटाने में लगी है। जल्द ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। यह मुकदमा सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट की ओर से दर्ज है।