उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फेक न्यूज के जरिए चारधाम यात्रा को बदनाम करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। बुधवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चारधाम में भीड़ और यातायात प्रबंधन पर विशेष फोकस किया जाए।
रतूड़ी ने कहा कि चारधाम यात्रा का दुष्प्रचार करने वालों और फेक वीडियो बनाने वालों के खिलाफ तत्काल वैधानिक कार्रवाई शुरू की जाए। कुछ लोग चारधाम यात्रा को लेकर भ्रामक और गलत बातें प्रसारित कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
श्रद्धालुओं की पेयजल, शौचालय और भोजन आदि सुविधाओं के लिए बनाए गए स्थानों का सीधा प्रसारण कंट्रोल रूम में कराया जाए। साथ ही उन्होंने चारधामों के बाहर की व्यवस्थाओं के भी लाइव प्रसारण के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को 24 घंटे अपने मोबाइल फोन खुले रखने के निर्देश दिए और कहा कि लोगों की शिकायतों का तत्काल समाधान कराया जाए। उन्होंने प्रभारी सचिवों को सचिवालय से ही चारधाम यात्रा की निगरानी के निर्देश दिए।
मेडिकल हिस्ट्री छिपाने वालों से कड़ाई से निपटें
मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा पर आने वाले कुछ श्रद्धालुओं द्वारा रजिस्ट्रेशन के दौरान अपनी मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ना देने या गलत जानकारी देने के मामलों को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिए कि 50 साल से अधिक आयु के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस किया जाए। स्वास्थ्य सचिव ने इस दौरान बताया कि चारधाम रूट पर 184 डॉक्टर तैनात किए गए हैं। इनमें 44 स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स हैं। वहीं, श्रीनगर में कैथलैब शुरू की जा रही है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को गेट सिस्टम
कमिश्नर ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए ही उन्हें यमुनोत्री और गंगोत्री मार्ग पर ठहराया जा रहा है। सूखी टॉप से लौटते समय और गंगनानी से आगे गेट सिस्टम लागू किया गया है। यहां पर सिंगल रोड है, इसलिए भी ठहराव की व्यवस्था की गई है।