गंगोत्री-केदारनाथ चारधाम यात्रा के लिए बुधवार से ऑफलाइन पंजीकरण शुरू हो जाएंगे, जो श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए हैं, उन्हें ऑफलाइन पंजीकरण का लाभ मिलेगा। हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण कराए जाएंगे।
ऑफलाइन पंजीकरण केंद्रों में श्रद्धालुओं को दिक्कत पेश न आए, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाने के दावे किए जा रहे हैं। इन दावों की हकीकत बुधवार को धरातल पर नजर आएगी। हरिद्वार स्थित जिला पर्यटन कार्यालय में तीन पंजीकरण काउंटर तैयार किए गए हैं।
पंजीकरण स्थलों पर श्रद्धालुओं को पीने के पानी और शौचालय की दिक्कत न आए, इसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं को धूप से बचाने के लिए तीन क्योस्क भी लगाए गए हैं। तीर्थ यात्रियों के पंजीकरण के लिए प्रशासन की ओर से सभी तैयारी कर ली गई है।
ऋषिकेश में सुबह पांच बजे से ऑफलाइन पंजीकरण
ऋषिकेश। चारधाम यात्रा के लिए बुधवार सुबह पांच से ऑफलाइन पंजीकरण शुरू हो जाएंगे। एक दिन में एक धाम के लिए सिर्फ एक हजार तीर्थयात्रियों के पंजीकरण हो सकेंगे। ऋषिकेश स्थित चारधाम ट्रांजिट एवं पंजीकरण केंद्र में रजिस्ट्रेशन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
केंद्र में निजी एजेंसी ने तीर्थयात्रियों के लिए आठ काउंटर बनाए हैं, जिनमें सुबह पांच से रात आठ बजे तक पंजीकरण की सुविधा है। रजिस्ट्रेशन में यात्रियों को क्यूआर कोड स्लिप की व्यवस्था दी गई है। क्यूआर कोड को स्कैन कर यात्रा से जुड़ीं जानकारी ऑनलाइन हासिल हो सकेगी।
यहां होगी चेकिंग
ऋषिकेश। चारधाम यात्रा में तीर्थदर्शन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। धामों में यात्रियों को अव्यवस्था से बचने और उनकी पूरी जानकारी रखने के लिए सरकार कई वर्षों से पंजीकरण कर रही है। ऑफलाइन पंजीकरण कराने के बाद यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की चेकिंग भी होगी। इसके लिए गंगोत्री में हीना, यमुनोत्री में बड़कोट, केदारनाथ में सोनप्रयाग और बदरीनाथ धाम मार्ग पर पांडुकेश्वर में रजिस्ट्रेशन की जांच की जाएगी।