केदारनाथ में एक दिन में 12 हजार यात्रियों के प्रवास की व्यवस्था की गई है। गढ़वाल मंडल विकास निगम, तीर्थपुरोहित व हक-हकूकधारियों के साथ ही निजी लोगों के द्वारा भी यहां यात्रियों के रात्रि प्रवास के लिए इंतजाम किए गए हैं। धाम में 500 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक बेड से लेकर कमरा आसानी से उपलब्ध हो रहा है। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए अन्य इंतजाम की योजना भी बनाई जा रही है।
10 मई से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में इस वर्ष भी शासन द्वारा गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को यात्री आवास व भोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। जीएमवीएन द्वारा स्वर्गारोहिणी कॉटेज, नंदी बेस कैंप, हिमलोक टेंट कॉलोनी और नया भवन में 2500 यात्रियों के रहने की व्यवस्था की जा रही है।
यहां टेंट का किराया अलग-अलग श्रेणी में 600 रुपये से लेकर 1000 रुपये प्रति व्यक्ति है। साथ ही कमरे का 8400 रुपये है, जिसमें चार लोगों के लिए एक समय का भोजन भी शामिल है। इसके अलावा, तीर्थपुरोहितों और हक-हकूकधारियों के आवास पर 7,000 यात्रियों के रहने की व्यवस्था है।
500 से अधिक टेंट भी संचालित
केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी के अनुसार, प्रति व्यक्ति बेड के हिसाब से 2000 रुपये और कमरे के हिसाब से 8 से 10 हजार रुपये किराया तय है। इसके अलावा रुद्रा प्वाइंट से केदारनाथ एमआई-26 हेलिपैड तक 500 से अधिक टेंट भी संचालित हो रहे हैं, जिसमें 2500 से 3000 यात्रियों के रहने की सुविधा है।
यहां टेंट में प्रति व्यक्ति 400 से 600 रुपये रात्रि प्रवास शुल्क है। इसके अलावा केदारनाथ यात्रा के पड़ाव लिनचोली, भीमबली और जंगलचट्टी के साथ ही छानी कैंप में भी यात्रियों के रात्रि प्रवास के लिए जीएमवीएन के साथ ही निजी लोगों ने भी व्यवस्था की है।
केदारनाथ में कॉटेज व टेंट में 2500 लोगों के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की गई है। अलग-अलग श्रेणी में किराया तय है, जिसमें टेंट के लिए 600, 900 व भोजन और 1000 व भोजन रुपये है। जबकि कॉटेज में प्रति बिस्तर 1500 रुपये व भोजन और एक कमरे का किराया 8400 रुपये व चार लोगों के रात्रि भोजन की व्यवस्था है।
गिरवीर सिंह रावत, क्षेत्रीय प्रबंधक गढ़वाल मंडल विकास निगम, केदारनाथ धाम