इस तारीख से शहर के 21 बड़े स्कूलों का खुलने और बंद होने का समय बदल जाएगा। एक सप्ताह तक स्कूल इसका ट्रायल करेंगे और इसके बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।
देहरादून में स्कूलों के खुलने और छुट्टी के समय यातायात पटरी से उतर जा रहा है। स्कूली बच्चों के साथ ही लोगों को भी जाम से जूझना पड़ रहा है। वाहनों के दबाव से घंटों तक जाम की समस्या बन जा रही है। ईसी रोड, राजपुर रोड, गांधी रोड, नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है।
इस समस्या के उचित समाधान के लिए पुलिस और प्रशासन ने स्कूलों के खुलने और छुट्टी समय में बदलाव कर नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। इसे 19 जुलाई से एक सप्ताह के लिए ट्रायल के तौर पर लागू किया जा रहा है।
जाम बन रहा सिरदर्द
स्कूलों के जाम से सबसे ज्यादा दिक्कत दोपहर के वक्त हो रही थी। यह समय दफ्तरों के लंच टाइम का भी होता है। ऐसे में ट्रैफिक का दबाव ज्यादा रहता है। शासन स्तर पर भी अधिकारी लंच के समय सड़कों पर जाम की स्थिति से परेशान बताए जा रहे थे।
जिला प्रशासन की बैठक में भी यह बात उठी थी। शासन की बैठकों में पहुंचने में कई बार देरी हो जा रही थी। इसलिए पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को दून के ट्रैफिक को स्कूलों की छुट्टी के वक्त व्यवस्थित करने का दबाव है।
स्कूलों का समय आगे-पीछे करना केवल अस्थायी समाधान है। जब तक वाहनों के लिए पार्किंग की ठोस व्यवस्था नहीं होगी, तब तक शहरभर में जाम की समस्या बनी रहेगी। प्रशासन को शहर में स्कूलों के आसपास ओवरब्रिज और विभिन्न सड़कों का चौड़ीकरण करवाना चाहिए। तभी इस समस्या का समाधान हो सकेगा। डॉ. प्रेम कश्यप, अध्यक्ष-प्रोग्रेसिव प्रिंसिपल्स स्कूल्स एसोसिएशन
पुलिस ने विभिन्न स्कूलों के लिए ट्रैफिक प्लान बनाया है। इसके तहत स्कूलों के खुलने और छुट्टी के समय को अलग अलग रखा गया है। इन स्कूलों को एक हफ्ते का समय दिया गया है। 19 जुलाई से नए ट्रैफिक प्लान के अनुरूप स्कूलों का संचालन होगा। सोनिका, जिलाधिकारी-देहरादून
इन विद्यालयों पर लागू होगा प्लान
- डालनवाला क्षेत्र- ब्रुकलिन, ब्राइटलैंड, दून ब्लॉसम स्कूल, कारमन, दून इंटरनेशनल।
- ईसी रोड क्षेत्र-हिल ग्रेंज स्कूल, मार्शल स्कूल, ऑक्सफोर्ड स्कूल और एसजीआरआर।
- सुभाष रोड क्षेत्र- हेरिटेज, सेंट थॉमस, जसवंत मॉडर्न, सीजेएम, सेंट थॉमस।
- राजपुर रोड क्षेत्र- पाइन हॉल स्कूल, जीजीआईसी, सेंट जोजेफ्स, स्कॉलर होम और ग्रेस एकेडमी।
- नेहरू कॉलोनी- शेरवुड और समरवैली स्कूल।
स्कूल विरोध में उतरे, बोले बच्चों को आएगी दिक्कत
पुलिस-प्रशासन के आदेश का कई स्कूलों ने विरोध भी किया। उनका साफ कहना है कि सुबह अगर हम एक घंटा पहले स्कूल लगाते हैं तो स्कूल की बसों को एक और घंटा पहले बच्चों को लेने जाना पड़ेगा। जबकि, एक घंटे पूर्व आने के लिए बच्चों को भी पहले से तैयार होना होगा।
अगर कोई स्कूल सुबह सात बजे लगता है तो उसको छह बजे ही बच्चों को लेने पहुंचना पड़ेगा। छह बजे बस पकड़ने के लिए बच्चे को पांच बजे उठना पड़ेगा। जबकि, पहले आठ या साढ़े आठ बजे के हिसाब से बच्चे को सात से साढ़े सात बजे तक तैयार होना पड़ता था। इससे बच्चों को अब दिक्कत आएगी, जिस कारण स्कूल इसका विरोध कर रहे हैं।