Uttarakhand : वन विभाग को जंगल की आग बुझाने में आ रही मुश्किलें, बारिश से मिल सकती है राहत

उत्तराखंड के जंगलों खासकर पहाड़ी इलाकों में आग ने विकराल रूप धारण किया है। प्रदेश में चल रही तेज हवाएं भी आग भड़का रही है। मौसम विभाग ने भी इसे स्वीकार किया है। उधर, आने वाले कुछ दिन और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, कारण बुधवार से वनाग्नि प्रभावित प्रमुख जिलों समेत 11 जिलों में 40 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

उत्तराखंड के जंगलों में कई दिनों से आग लगी है। जिससे काफी नुकसान हो रहा है। अल्मोड़ा, चमोली, बागेश्वर, पौड़ी में सबसे ज्यादा आग लगने की घटनाएं हो रही है। प्रदेश में चल रही तेज हवाएं भी आग को बढ़ा रही हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार तेज हवाएं चलने का सिलसिला जारी है। अभी 11 मई तक इस तरह की हवाएं राज्य में चलेंगी। वन विभाग के एपीपीसीएफ निशांत वर्मा कहते हैं कि वनाग्नि को काबू करने में हवा से दिक्कत हो रही।

बारिश के आसार पर उम्मीदें कायम

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि नौ से 12 मई तक विभिन्न इलाकों में बारिश के आसार है। नौ और दस मई को हल्की बारिश, 11 और 12 मई को कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार है। उम्मीद है कि इन दिनों में वनाग्नि पर रोक लगेगी।

60 किमी प्रतिघंटा तक चलेंगी हवाएं, येलो अलर्ट

उत्तराखंड में आठ मई से 40 से 60 घंटे प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आठ मई को हरिद्वार और यूएसनगर जिलों को छोड़कर पूरे प्रदेश में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अलर्ट है।

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