जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि इससे कुछ देर के लिए मंदाकिनी नदी का जलप्रवाह रुक गया। इससे मंदाकिनी नदी में एक झील बन गई। हालांकि, राहत की बात यह रही कि बाद में झील से पानी का बहाव होने लगा।
रुद्रप्रयाग जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गौरीकुंड से कुछ किलोमीटर आगे भीमबली हेलीपैड के सामने नदी के दूसरी ओर की पहाड़ी से यह भूस्खलन दोपहर बाद हुआ। इससे मंदाकिनी नदी में कुछ देर के लिए जलप्रवाह रुक गया। इससे नदी में झील बन गई। हालांकि, बाद में झील से पानी का बहाव होने लगा है।
प्रशासन का कहना है कि अब कोई खतरा नहीं है लेकिन जिला आपदा प्रबंधन केंद्र की ओर से एहतियातन नदी किनारे रह रहे लोगों को सतर्क कर दिया गया है। गौरीकुंड से रुद्रप्रयाग तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। यही नहीं नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील की गई है कि कोई भी शख्स नदी के तरफ ना जाए। नदी के किनारे रह रहे लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
वहीं उत्तराखंड में रविवार को दो अलग-अलग घटनाओं में एक बच्चा समेत दो लोग उफनती नदियों में बह गए। दोपहर लगभग एक बजे नैनीताल जिले के हल्द्वानी के राजपुरा क्षेत्र में एक बच्चा गौला नदी में बह गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस तथा आपदा प्रबंधन की टीम ने तलाशी अभियान चलाया जिसके बाद आंवलगेट के समीप अमरजीत (10) का शव बरामद हुआ।
एक अन्य घटना में, ऋषिकेश में लकड़घाट श्यामपुर में गंगा नदी में एक व्यक्ति बह गया। राज्य आपदा प्रतिवादन बल ने बताया कि नदी में तीन मित्र नहाने गए थे, इसी दौरान उनमें से एक नदी के तेज बहाव में बह गया। मृतक की पहचान देवेंद्र कुमार जगपाल (40) के रूप में हुई है।