Uttarakhand News : बदरीनाथ-गंगोत्री हाईवे पर संकट, भारी बारिश से यात्रा बाधित

मॉनसूनी बरसात में यात्रियों को की टेंशन कम होने का नाम नहीं ले रही है। बारिश के बाद भूस्ख्लन से हाईवे समेत कई सड़कें बंद हो गईं हैं। सड़कों के बंद होने से जगह-जगह यात्री फंस गए हैं।  बंद रास्तों को खोलने के लिए प्रशासन युद्ध स्तर से कार्रवाई करने में जुटा हुआ है लेकिन खराब मौसम रुकवाट पैदा कर रहा है।

गंगोत्री और बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से यात्री परेशान रहे। रविवार को गंगोत्री हाईवे भटवाड़ी के पास मलबा आने से 10 घंटे बंद रहा। केदारनाथ हाईवे डोलिया देवी के समीप अविरुद्ध चल रहा है। गंगोत्री आ रहे और लौट रहे कांवड़ यात्री भी फंसे रहे।

बीआरओ की जेसीबी मशीन और श्रमिक दिन भर मार्ग को खोलने में जुटे रहे। कांवड़ियों के लिए पैदल आवाजाही के लिए मार्ग खोलने में भी काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। दिन में दो बार पैदल आवाजाही के लिए मार्ग को खोला गया, लेकिन कुछ घंटे में मलबा और फैलने से पैदल आवाजाही भी दोपहर ढाई बजे तक बंद रही।

जबकि वाहनों की आवाजाही के लिए मार्ग अपराह्न तीन बजे बहाल हो सका। दूसरी ओर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब के तीर्थयात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। हाईवे शनिवार देर रात चमोली से बदरीनाथ के बीच बेलाकुची, गुलाबकोटी, पागलनाला, सेलंग में बंद हो गया। पाताल गंगा ओपन टनल के मुहाने पर भारी मलबा आ गया।

रविवार शाम चार बजे तक बदरीनाथ हाईवे पर आवाजाही सुचारू हो सकी। केदारनाथ हाईवे डोलिया देवी के समीप अविरुद्ध चल रहा है। ऐसे में जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। बारिश के कारण चकराता सहिया के 10 संपर्क मार्ग बंद है और पौड़ी में बारिश से 7 ग्रामीण मोटरमार्ग बंद हो गए हैं। 

किरोड़ा-बाटनागाड़ ने दस घंटे रोकी राह

पूर्णागिरि मार्ग से लगे बाटनागाड़ और किरोड़ा नाले ने दस घंटे तक ग्रामीणों और श्रद्धालुओं की राह रोके रखी। पहाड़ में हुई बारिश से रविवार सुबह बाटनागाड़ नाले में भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा आ गया। इससे ग्रामीणों और श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दोपहर बाद यहां वाहनों का आवागमन सुचारू हुआ।

रविवार सुबह तीन बजे पूर्णागिरि मार्ग में किरोड़ा नाला और बाटनागाड़ के पास भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आ गए। इससे ग्रामीणों और पूर्णागिरि के श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं नाले के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई।

गैड़ाखाली, बोरागोठ, उचौलीगोठ और पूर्णागिरि से आने वाले ग्रामीणों का बाजार से संपर्क कट गया। इधर मां पूर्णागिरि के दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोनिवि के सहायक अभियंता लक्ष्मण सामंत ने बताया कि बाटनागाड़ में बड़ी मात्रा में मलबा और बोल्डर आ गए।

सुरक्षा के लिहाज से नाले के दोनों तरफ वाहनों को रोक दिया गया। इससे टनकपुर से भैरव मंदिर और निर्माणाधीन टीजे सड़क पर चूका तक वाहनों की आवाजाही बंद रही। अपरान्ह करीब एक बजे आवागमन सुचारू हुआ।

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