शिक्षा नहीं, शराब आम आदमी पार्टी की पहचान बनी है : मुख्यमंत्री नायब सैनी

कुरुक्षेत्र में भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को दुनिया में नई पहचान देकर आगे बढ़ाने में लगे हैं जबकि कांग्रेस एक परिवार को ही बचाने के लिए लड़ाई लड़ रही है। मोदी ने दस साल में हर वर्ग के हित में कार्य करते हुए आगे भी क्रम जारी रखने की गारंटी दी है जबकि कांग्रेस के पास केवल झूठ है। कांग्रेस झूठ बोलकर लोगों का वोट हासिल करना चाहती है।

यह कहना है मुख्यमंत्री नायब सैनी का। वे वीरवार को भाजपा प्रत्याशी नवीन जिंदल के पक्ष में आयोजित नई अनाजमंडी में रैली को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले नवीन जिंदल ने जिला सचिवालय में कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के लिए नामांकन भरा, जिस दौरान भी उनके साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी, राज्यमंत्री सुभाष सुधा, पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल व शालू जिंदल भी रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप पार्टी की पहचान आज शिक्षा नहीं शराब बन गई है। वे अच्छे स्कूल, स्वास्थ्य और ईमानदारी की बात करते हुए कहते थे कि गाड़ी-बंगला नहीं लेंगे, लेकिन आज उनके पास शीशमहल है। जो लोग यह कहते थे कि अगर सोनिया गांधी की ईडी से जांच करवा दी जाए तो वह जेल में होगी, वे आज उनसे ही गले मिल रहे हैं।

दिल्ली में महिलाओं के लिए शराब की स्पेशल दुकान खाेलकर अपनी सोच जाहिर कर दी। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि नवीन जिंदल यहां से पांच लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज करेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा देश में व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के द्वारा प्रदेश में लागू की गईं योजनाएं गिनवाईं।

रैली में राज्यमंत्री सुभाष सुधा, पूर्व मंत्री कमलेश ढांडा, कृष्ण बेदी, सरदार संदीप सिंह, कैथल विधायक लीलाराम गुर्जर, करण देव कंबोज, डॉ. पवन सैनी, पूर्व सांसद डीपी वत्स, रवि बतान, धुमन सिंह, तेजवीर आदि मौजूद रहे। इस दौरान 1972 में विधायक रहे जोगी राम और उनके पुत्र जय भगवान ने इनेलो छोड़कर भाजपा में शामिल होने की घोषणा की।

कैथल और कुरुक्षेत्र में खोलेंगे विश्व स्तरीय कौशल विकास केंद्र : नवीन जिंदल

प्रत्याशी नवीन जिंदल ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ऋषि बताते हुए उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने एलान किया सांसद बनने पर वे कुरुक्षेत्र और कैथल में एक-एक विश्व स्तरीय कौशल विकास केंद्र खोलने का काम करेंगे, जिसमें हर साल 10 हजार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इनमें जापान, जर्मनी, अमेरिका आदि देशों से कंपनियों के लोग आएंगे और वे इंटरव्यू लेकर बच्चों का चयन करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को जहां अपना कौशल निखारने में मदद मिलेगी वहीं उन्हें विदेश जाने के लिए डोंकी मार्ग का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। उनकी पत्नी शालू जिंदल ने भी रैली को संबोधित किया।

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