इन लोगों के लिए ज़हर है सरसों और रिफाइंड तेल, जानिए आखिर क्यों

नई दिल्ली, 13 सितम्बर, 2023 : हम अपने किचन में खाना स्वादिष्ट बनाने के लिए तेल और मसालों का अच्छा खासा इस्तेमाल करते है। लेकिन आज हम आर्टिकल में बात करेंगे एक ऐसी बीमारी की जिसमें सरसों तेल या रिफाइन तेल खाना खतरनाक साबित हो सकता है।

यह बीमारी है यूरिक एसिड जिसमें प्रोटीन और फैट डाइट से दूरी बनानी होती है। यह बीमारी खराब मेटाबोलिज्म और फाइबर की कमियों की वजह से होती है। ऐसे में आपको अच्छी डाइट की सबसे ज्यादा जरूरत होती है लेकिन उस डाइट में इस्तेमाल होने वाला कौन सा तेल इस्तेमाल करें सवाल ये है? च

लिए बताते है किस तेल से यूरिक एसिड को कंट्रोल में किया जा सकता है।

यूरिक एसिड में कौन सा तेल खाएं :

सूरजमुखी का तेल करता है फायदा

अगर आप यूरिक एसिड बढ़ रहा है तो आपको सनफ्लॉवर यानी सूरजमुखी का ऑयल खाना चाहिए। यह बहुत ही हेल्दी होता है और इसमें प्यूरिन काफी कम होता है। इसे खाने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है क्योंकि इस ऑयल में मैग्निशियम होता है जो एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ आता है।

ऑलिव ऑयल है फायदेमंद

आजकल ऑलिव ऑयल को बेस्ट माना जाता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों पाएं जाते है। जिस वजह से यूरिक एसिड की दिक्कतें कम होने लगती है। साथ ही ये तेल जोड़ों के दर्द और लिवर के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है।

अगर आपको यूरिक एसिड की ज्यादा समस्या है तो आप इन 2 तेलों का इस्तेमाल कर अपनी सेहत को बहुत ही ज्यादा हेल्दी कर सकते है। इसके वजह से आप पेट और दिल की बीमारियों से भी आराम से बच सकते है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.