विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दो साल में लगातार दूसरे साल मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। यह घोषणा अफ्रीकी देश कांगो में महामारी के भयानक संक्रमण के बाद की गई। मंकीपॉक्स का असर पिछले साल की तुलना में इस बार 160 फीसदी ज्यादा है और यह कांगो से शुरू होकर 13 अन्य देशों में भी दस्तक दे चुका है। इस साल अभी तक मंकी पॉक्स से 517 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
मंकीपॉक्स का असर अफ्रीकी देशों में इस कदर फैल चुका है कि अब यह महामारी का रूप ले रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इस बीमारी को लेकर चिंता जताई है। WHO का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बीमारी का संक्रमण काफी ज्यादा है।
इस साल यह संक्रमण पिछले साल की तुलना में 160 फीसदी तक है। अफ्रीकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के मुताबिक, इस साल अभी तक इसके 17000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और कम से कम 571 लोगों की मौत हो चुकी है।
मंकीपॉक्स का नया वैरिएंट बेहद घातक
एमपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है, जो आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के निकट जाने से फैलती है। इसमें फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। जैसे- बुखार आना, उल्टी इत्यादि। लेकिन, जो लक्षण सबसे अलग करता है- वो शरीर पर फोड़े और मवाद बनाना है। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में हर जगह फोड़े निकलने लगते हैं।
फिर उनसे मवाद निकलने लगता है। यह बेहद पीड़ादायक है। कांगो में मंकीपॉक्स का प्रकोप एक स्थानिक स्ट्रेन के प्रसार से शुरू हुआ, जिसे क्लेड I के रूप में जाना जाता है। लेकिन इस बार नया वैरिएंट क्लेड Ib तबाही मचा रहा है। इस बीमारी के फैलने के प्रमुख कारणों में एक संक्रामक व्यक्ति से यौन संबंध बनाना भी शामिल है।
हेल्थ इमरजेंसी क्यों घोषित हुई
आमतौर पर किसी भी रोग के प्रकोप के एक देश से दूसरे देशों में फैलने की रफ्तार को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन निर्णय लेता है कि पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी कब जारी की जाए? क्योंकि मंकीपॉक्स कांगो देश से होते हुए बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा समेत 13 देशों में दस्तक दे चुका है। WHO को मामले में हेल्थ इमरजेंसी घोषित करनी पड़ी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के इस कदम में संक्रमित स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य उपायों में तेजी लाना है।
मंकीपॉक्स पर पहले हेल्थ इमरेंसी कब
इससे पहले साल 2022 में मंकीपॉक्स वायरस के क्लेड IIb वैरिएंट ने तबाही मचाई थी। इसके प्रसार की मुख्य वजह पुरुषों के पुरुषों में यौन संबंध बनाना रही। तब WHO ने 10 महीने के लिए पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी लागू की थी।