तेहरान। ईरान में हिजाब का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के पक्ष में तुर्किये की गायक मेलेक मोसो ने अपने बाल सार्वजनिक मंच पर काट दिए। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो में यह कलाकार ईरानी प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए बाल काटते देखी जा सकती हैं।
दरअसल 22 वर्षीय महसा अमिनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद ईरान में जारी विरोध प्रदर्शनों के पक्ष में पूरी दुनिया से आवाजें उठ रही हैं। हिजाब को लेकर ईरान में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षाबलों के साथ झड़पों में अब तक कम से कम 76 लोगों की मौत हो चुकी है।
महसा की मौत के 10 दिन बाद यह आंदोलन ईरान के 46 शहरों में फैल चुका है। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो क्लिप में महिला प्रदर्शनकारियों को देश में लागू किए गए सख्त ड्रेस कोड के विरोध में अपने बालों को काटने और अपने हिजाब को हटाने और उन्हें आग लगाने के लिए दिखाया गया है।
दुनियाभर में विरोध जारी
यह प्रदर्शन अब लंदन, फ्रांस, सीरिया सहित कई देशों में भी फैल गया है। अमेरिका, कनाडा, स्वीडन, ऑस्ट्रिया, इटली, स्पेन, जर्मनी, इराक, लेबनान और तुर्की में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। कई जगहों पर लोग ईरान में हिजाब विरोधियों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। खासतौर पर यूरोपीय देशों में पुलिस हिरासत में मारी गई महसा अमिनी की मौत का विरोध जारी है।
यूएन ने कहा, अनावश्यक बल प्रयोग से बचें
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने बुधवार तड़के ईरान सरकार से प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध अनावश्यक या अनुपातहीन बल का प्रयोग करने से परहेज करने की अपील की। गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, हम हिजाब को लेकर विरोध प्रदर्शनों से संबंधित महिलाओृं-बच्चों समेत बढ़ती मौतों की खबरों से चिंतित हैं।
हम चाहते हैं कि महसा अमिनी की मृत्यु की त्वरित, निष्पक्ष और प्रभावी जांच की जाए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने ईरान में बढ़ रहे विरोध प्रदर्शनों पर बातचीत का रवैया अपनाने का सुझाव भी दिया है।
ईरान ने इराक में नए सिरे से किए ड्रोन हमले…
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने बुधवार को उत्तरी इराक के कुर्द क्षेत्र में मिसाइल और ड्रोन हमले किए। ईरान ने इन हमलों को आतंकवादियों पर की कार्रवाई बताया। देश में जारी हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के बीच उसने देश के कुर्दिश गुट के ठिकानों पर नए सिरे से ड्रोन हमलों के साथ इसकी शुरुआत की।
ये हमले इराक के इरबिल से 60 किमी पूर्व कोया में केंद्रित थे। इस हमले में दो की मौत हुई है जबकि 15 घायल हुए हैं। ईरानी ड्रोन ने सैन्य शिविर, घरों, कार्यालयों व अन्य इलाकों को भी निशाना बनाया।