नई दिल्ली, 21 सितम्बर, 2023 : पूजा में चावल का विशेष महत्व होता है। पूजा में पीले रंग के चावल पूजा सामग्री का खास हिस्सा होते हैं। धार्मिक मान्यता है कि अगर पूजा में चावल का इस्तेमाल न किया जाए तो पूजा पूरी नहीं मानी जाती है।
कहा जाता है कि अगर पूजा में कोई सामग्री छूट जाए तो अगर चावल चढ़ा दिए जाएं तो गलती माफ हो जाती है। शास्त्रों में कहा गया है कि पूजा में चावल का सही प्रयोग करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
यदि इस प्रकार चावल के चार दानों का उपयोग किया जाए तो मां लक्ष्मी की कृपा जीवनभर बनी रहती है। चलो पता करते हैं
इस प्रकार पूजा में चावल का उपयोग किया जाता है
ऐसा माना जाता है कि पूजा में टूटे हुए चावल या चावल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। टूटे हुए चावल खाना अशुभ माना जाता है। नियमित रूप से पूजा के दौरान भगवान को कुछ अनाज अर्पित करने से धन, वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
नियमित रूप से शिवलिंग पर चावल चढ़ाना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शिव की पूजा में भले ही कोई अन्य पूजन सामग्री न हो, लेकिन पूजा का पूरा फल केवल चावल चढ़ाने से ही प्राप्त होता है। कहा जाता है कि शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से भगवान शिव धन और समृद्धि प्रदान करते हैं।
अगर घर में आर्थिक संकट है तो इसे दूर करने के लिए घर के पूजा मंदिर में चावल की ढेरी पर माता अन्नपूर्णा की स्थापना करें। ऐसा करने से कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होगी।
पूजा के दौरान ‘अक्षतश्च सुरश्रेष्ठ कुंमकक्त: सुशोभिता:, मया निवेदिता भक्त्या गृहं परमेश्वर’ मंत्र का जाप करते हुए देवताओं को चावल चढ़ाएं।