अलर्ट! इन 28 हजार फोन पर लगेगी रोक, 20 लाख सिम का होगा सत्यापन

यह कदम उन सिम कार्ड्स और मोबाइल हैंडसेट्स पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है, जिनका इस्तेमाल साइबर क्राइम और ऑनलाइन स्कैम जैसी गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।

DoT ने सभी टेलिकॉम ऑपरेटर्स को 31 मई तक इन सिम कार्ड्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया है। इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल फेक कॉल्स, SMS और कई गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। DoT का मानना है कि इन सिम कार्ड्स की मदद से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया है। इन सिम कार्ड्स का दोबारा वेरिफिकेशन किया जाएगा और वेरिफिकेशन ना होने तक इन्हें बंद कर दिया जाएगा।

ऐसे करवाना होगा नंबर का वेरिफिकेशन

लाखों मोबाइल कनेक्शंस का वेरिफिकेशन करवाने के लिए इनक यूजर्स को अपनी पहचान और पते का सत्यापन करना होगा। DoT ने बताया है कि यह वेरिफिकेशन प्रक्रिया 1 जून से शुरू होगी और 30 जून तक चलेगी। कहा जा रहा है कि यह कदम देश में दूरसंचार व्यवस्था को मजबूत करने में मददगार साबित होगा। आप टेलिकॉम ऑपरेटर के ऑफिस जाकर अपना नंबर वेरिफाइ करवा पाएंगे।

इसलिए उठाया गया है यह बड़ा कदम

सरकार की ओर से उठाया गया यह कदम साइबर क्राइम और धोखाधड़ी जैसी गैरकानूनी गतिविधियों को कम करने में मददगार होगा। DoT ने नागरिकों से कहा है कि वे अपने पुराने मोबाइल कनेक्शंस का फिर से वेरिफिकेशन करवा लें ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सके। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह कदम साइबर अपराधियों के लिए एक बड़ा झटका है।

ऐसे हजारों हैंडसेट्स भी ब्लॉक किए जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल साइबर क्राइम और स्कैम्स के लिए किया जा रहा था। यानी कि इन हैंडसेट्स में अब कोई भी सिम कार्ड इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा और एक तरह से ये बेकार हो जाएंगे।

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