ट्रम्प पर जॉर्जिया प्रांत में चुनावी नतीजों को पलटने लिए धोखाधड़ी, धमकी देने और जालसाजी के आरोपों के लिए एक और मामला दर्ज हुआ है।
सोमवार को जॉर्जिया के ग्रैंड जूरी ने उन पर आपराधिक आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेट्स से मिली हार को पलटने का प्रयास किया था।
इस साल 77 वर्षीय रिपब्लिकन को निशाना बनाने वाला यह चौथा मामला है। ट्रम्प पर पहले से ही न्यूयॉर्क, दक्षिण फ्लोरिडा और वाशिंगटन में मुकदमा चल रहा है।
गुरुवार को एटलांटा की कोर्ट ने चार्जशीट जमा की। 98 पन्नों के चार्टशीट में ट्रम्प सहित कुल 19 आरोपियों और 41 आपराधिक मामलों को सूचीबद्ध किया गया है। इनमें से 13 मामलों में ट्रम्प का नाम शामिल है।
अदालत ने ट्रम्प को 25 अगस्त तक सरेंडर करने का समय दिया है। पूर्व राष्ट्रपति के अलावा व्हाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज, वकील रूडी गिउलिआनी और जॉन ईस्टमैनके ऊपर भी केस दर्ज किया गया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, चार्जशीट में कहा गया है कि, ‘ट्रंप और आरोपी बनाए गए अन्य आरोपियों ने यह मानने से इनकार कर दिया कि वे हार गए हैं। वो जानबूझकर चुनाव परिणाम को खुद के पक्ष में गैरकानूनी रूप से बदलने की साजिश में शामिल हुए।’
रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प पर झूठे बयान देने, जालसाजी, गवाहों को प्रभावित करने, राज्य को धोखा देने की साजिश करने, चोरी और झूठी गवाही के चार्ज लगाए गए हैं। इनमें से सबसे गंभीर चार्ज राकेटियर और करप्शन ऑर्गेनाइजेशन एक्ट के उल्लंघन का है, जिसमें ट्रम्प को 20 साल जेल की सजा भी हो सकती है।