आखिर क्यों बार-बार उत्तर भारत में आ रहे भूकंप के इतने झटके, ये है इसके पीछे की बड़ी वजह

शुक्रवार की रात 11 बजकर 32 मिनट पर दिल्ली-एनसीआर समेत पूरा उत्तर भारत भूकंप के तेज झटकों से दहल गया. इस भूकंप की तीव्रता 6.4 थी और इसका केंद्र नेपाल में था. भूकंप के झटके जैसे ही महसूस हुए लोग अपने अपने घरों से भाग निकले.

6.4 तीव्रता वाले इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी. पिछले कुछ महीनों में दिल्ली-NCR समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए हैं.

ऐसे में सबसे बड़ा व अहम सवाल यही है कि आखिर उत्तर भारत की धरती बार बार क्यों कांप उठती है और यहां भूकंप के इतने झटके क्यों महसूस किए जाते हैं? बता दें कि दिल्ली-एनसीआर और पूरे उत्तर भारत में बार-बार भूकंप के झटके इसलिए लगते हैं क्योंकि ये भूकंप जोन-IV में आते हैं. जोन-IV और जोन-V में भूकंप आने का खतरा सबसे ज्यादा होता है.

बता दें कि उत्तर भारत से पूर्वोत्तर भारत तक फैले हिमालय क्षेत्र में दो विशाल टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा पर स्थित होने के कारण अक्सर भूकंप आते रहते हैं. इन प्लेटों के टकराने से भारत और नेपाल दोनों जगह भूकंप आते हैं. नेपाल और हिमालय के क्षेत्र में जब भी भूकंप आता है तो दिल्ली और उत्तर भारत को इसका का सामना करना पड़ता है.

भारत को चार जोन में बांटा गया

भारत को चार भूकंपीय जोन में बांटा गया है, जैसे- जोन- II, जोन- III, जोन- IV और जोन- V. दरअसल, जोन-V में पूर्वोत्तर भारत का हिस्सा शामिल है. जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात में कच्छ का एरिया, उत्तर बिहार के कुछ हिस्से और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ इस्से इस जोन में आता है.

यहां भूकंप के आने का खतरा ज्यादा होता है. वहीं, अगर जोन-IV की बात करें तो इस जोन में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, सिक्किम, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से आते हैं.

क्यों और कैसे आता है भूकंप?

धरती के अंदर मौजूद प्लेटों के आपस में टकराने के चलते भूकंप आता है. भू-विज्ञान के जानकार बतातें हैं कि हमारी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इन प्लेटों के टकराने पर जो ऊर्जा निकलती है, उसे भूकंप कहा जाता है. जानकार के मुताबिक, धरती के नीचे मौजूद ये प्लेटें बेहद धीमी रफ्तार से घूमती रहती हैं.

हर साल ये प्लेटें अपनी जगह से 4-5 मिमी खिसक जाती हैं. इस दौरान कोई प्लेट किसी से दूर हो जाती है तो कोई किसी के नीचे से खिसक जाती है. इसी दौरान प्लेटों के टकराने से भूकंप आता है.

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