टीडीपी के मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू की जमकर हो रही तारीफ, जानिये मामला

चंद्रबाबू नायडू की तेलगू देशम पार्टी तेलंगाना विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुकी है। टीडीपी के चुनाव ना लड़ने की घोषणा के बाद से राजनीतिक दलों की निगाहें अब टीडीपी के वोट बैंक पर है। ऐसे में राजनीतिक दल टीडीपी के मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू की जमकर तारीफ कर रहे हैं। नायडू की प्रशंसा करके वो पार्टी के सर्मथकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।

बता दें आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने कौशल विकास मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और तेलुगु देशम पार्टी प्रमख एन चंद्रबाबू नायडू को चार सप्ताह के लिए अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया है। राजमुंदरी जेल जैसे ही एन चंद्रबाबू नायडू निकले थे उनके समर्थकों ने उन्हें घेर लिया था।

कौशल विकास निगम मामले के कथित आरोपी नायडू 53 दिन बाद जेल से रिहा हुए हैं। इस केसराज्य के खजाने को 300 करोड़ रुपये से अधिक का कथित नुकसान हुआ था।

बता दें 2018 के विधानसभा चुनावों में 3.5 प्रतिशत से अधिक टीडीपी ने वोट हासिल किए और दो सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन अज्ञात कारणों से इस बार के तेलंगाना विधान सभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। जिसके बाद टीडीपी के वोट बैंक पर बाकी राजनीतिक दलों की निगाहें टिकी हुई है।

आंध्र प्रदेश की सीमा के करीब खम्मम से चुनाव लड़ रहे बीआरएस मंत्री पी अजय कुमार ने 14 सितंबर को ही नायडू की “अवैध” गिरफ्तारी की निंदा की थी। कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय नेता बताते हुए कहा कि राजनीति में गिरफ्तारी उचित नहीं है। उन्‍होंने कहा मेरे पिता चंद्रबाबू के बहुत करीबी हैं।

वह आए दिन उसके बारे में पूछता रहता था। हमने नायडू के पक्ष में खम्मम में निकाली गई कई रैलियों का समर्थन किया, “मंत्री ने टीडीपी सुप्रीमो की जेल से रिहाई के अवसर पर एक सभा को संबोधित करते हुए कहा।

कांग्रेस टीडीपी के वोट शेयर को अपने पक्ष में प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। खम्मम से कांग्रेस उम्मीदवार तुम्मला नागेश्वर राव ने टीडीपी चंद्र बाबू की जेली से रिहाई का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें नायडू के अंडर में प्रशिक्षित किया है। इतना ही नहीं राव 31 अक्टूबर को टीडीपी कार्यालय पहुंचे और कहा कि वह नायडू की जेल से रिहाई की खुशी दूसरों के साथ साझा करना चाहते हैं।

उन्‍होंने कहा मैं आपके लिए बहुत खुश हूं, मैं आपसे अगले 30 दिनोंतक मेरा समर्थन करने का अनुरोध करता हूं। खम्मम जिले के सथुपल्ली से निवर्तमान विधायक ने भी नायडू के जेल से रिहा होने पर तारीफ की है।

बता दें चंद्रबाबू नायडू के जेल से रिहा होने के एक दिन पहले ही 30 अक्टूबर को टीडीपी के तेलंगाना अध्यक्ष कसानी ज्ञानेश्वर ने राज्य में चुनाव नहीं लड़ने के पार्टी के फैसले से नाराज होकर अध्‍यक्ष पद से इस्‍तीफा देते हुए पार्टी छोड़ दी। कसानी ज्ञानेश्वर के टीडीपी छोड़ते ही टीडीपी की तेलंगाना इकाई नेतृत्वविहीन हो गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *