छत्तीसगढ़ में चुनावी सरगर्मियां जारी हैं। शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वहां पर चुनावी रैली की। जिसमें उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कभी भी जातीय जनगणना का विरोध नहीं किया। इस पर अब दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज का बयान सामने आया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये खुशी की बात है कि भारत की जनता के दबाव में बीजेपी को यू-टर्न लेना पड़ा। अभी तक बीजेपी ने ये नहीं कहा कि बिहार में जो जाति आधारित जनगणना हुई है वो सही है और सरकार की नीतियां उसके हिसाब से बननी चाहिए।
उन पर चुनाव और जनता का दबाव है। उन्होंने ये साफ नहीं किया है कि क्या जाति आधारित जनगणना होगी, जो किया गया वो सही था या नहीं।
वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर ईडी ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इस पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस में कई ईडी विशेषज्ञ हैं। उन्हें उनसे पूछना चाहिए कि वे इस बारे में क्या कहना चाहते हैं।
क्या था शाह का बयान?
रायपुर में अमित शाह ने बीजेपी का संकल्प पत्र जारी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रीय पार्टी हैं। हम वोटों की राजनीति नहीं करते हैं। सभी से चर्चा करने के बाद जो भी उचित निर्णय होगा हम बताएंगे। इसके आधार पर चुनाव की नैय्या पार लगाना ठीक नहीं है। बीजेपी ने इसका (जातीय जनगणना) कभी विरोध नहीं किया है। बहुत सोच समझकर निर्णय लेना होता है, उचित समय पर हम बताएंगे।
बिहार में हुई थी जातीय जनगणना
आपको बता दें कि बिहार सरकार ने जातीय जनगणना करवाई थी। जिसके नतीजे अक्टूबर की शुरुआत में जारी किए गए। इसके बाद से विपक्षी दल इसका मुद्दा उठा रहे हैं। साथ ही देशभर में इसे करवाने की मांग कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कई बार इसको लेकर मोदी सरकार को घेरा।