तेलंगाना चुनाव: ओवैसी जुबली सहित राज्य की 9 सीटों पर उतारेंगे उम्मीदवार, अजहरुद्दीन की बढ़ेंगी मुश्किलें

तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा फैसला लिया है. ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने अगले विधानसभा चुनाव में पाता बस्ती समेत 9 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है.

पार्टी ने जुबली हिल्स सीट से भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जहां पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन चुनाव लड़ रहे हैं. ओवैसी के अजहरुद्दीन के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करने से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने घोषणा की कि एमआईएम पार्टी, जो अब तक सात विधानसभा सीटों तक सीमित है, इस बार दो और नए निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ रही है.

पार्टी नेता ने घोषणा की कि वे चारमीनार, चंद्रयानगुट्टा, याकतपुरा, बहादुरपुरा, नामपल्ली, कारवां, मलकपेट और इस बार जुबली हिल्स और राजेंद्र नगर निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं.

अजहरुद्दीन के खिलाफ ओवैसी की पार्टी ने उतारा उम्मीदवार

तर्क यह भी सुनने को मिल रहा है कि अल्पसंख्यक वोटों को कांग्रेस पार्टी के पास जाने से रोकने के लिएॉ एआईएमआईएम यह रणनीति अपना रही है. इसके अलावा, जैसा कि प्रचार चल रहा है कि इस बार कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल सकती है, ऐसी चर्चा जोरों पर है कि एआईएमआईएम सावधानी बरत रही है और मौजूदा विधायकों को बदल रही है.

जब यह खबर सामने आई कि एआईएमआईएम इस बार चार सीटें बदल रही है तो हर कोई हैरान रह गया. विशेष रूप से, जुबली हिल्स निर्वाचन क्षेत्र, जहां पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान अजहरुद्दीन कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, यह महत्वपूर्ण है.

अब तेलंगाना में पार्टी का विस्तार करने में जुटे ओवैसी

एआईएमआईएम अब तक सत्तारूढ़ दल की सहयोगी बनी हुई है. कई बैठकों में बीआरएस प्रमुख केसीआर ने बार-बार कहा है कि वह एआईएमआईएम के साथ रहेंगे. हालांकि, बीआरएस विधायक वर्तमान में जुबली हिल्स और राजेंद्र नगर निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे हैं. इन दोनों क्षेत्रों में इस बार सत्तारूढ़ बीआरएस और कांग्रेस पार्टी के बीच लड़ाई है.

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि एआईएमआईएम के प्रवेश से लड़ाई और दिलचस्प हो जाएगी.एआईएमआईएम के नेता ने हाल ही में संगारेड्डी में हुई बैठक में साफ कर दिया कि एआईएमआईएम तेलंगाना में चौथी बड़ी पार्टी बनेगी. उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम राज्य में पावर प्लेयर की भूमिका निभाने जा रही है.

बता दें कि कांग्रेस तेलंगाना में अपनी पूरी ताकत लगा रही है. कांग्रेस का आरोप है कि तेलंगाना की केआरएस सरकार और बीजेपी में मिलीभगत है. इसी तरह से एआईएमआईएम पर भी बीजेपी का परोक्ष रूप से समर्थन करने का आरोप लगता रहा है.

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