Dhanteras Shubh Muhrat : 10 और 11 नवंबर दोनों दिन कर सकते है खरीदारी, दोपहर इतने बजे से शुरू होगा शुभ मुहूर्त

Dhanteras 2023 : इस वर्ष हस्त नक्षत्र के प्रीति योग में धनतेरस व धनवंतरी जयंती मनाई जाएगी। शुक्रवार को दिन में 11:36 बजे से त्रयोदशी तिथि आरंभ हो जाएगी और हस्त नक्षत्र के प्रीति योग में धनवंतरी जयंती यानी धनतेरस मनेगा। यह जानकारी ज्योतिषाचार्य पंडित वागीश्वरी प्रसाद द्विवेदी ने दी।

उन्होंने बताया कि त्रयोदशी से यमद्वितीया तक पांच दिनों का यम पंचक होता है, जो इस बार दीपावली तिथि के भोगकाल में अंतर होने की वजह से यह छह दिनों का हो गया है। पांच दिनों का यम पंचक काल अति शुभ और पवित्र काल माना गया है। इस अवधि में किया गया कोई भी कार्य उत्तम फलदायी होता है। किसी भी कार्य का श्रीगणेश किया जा सकता है।

पंचांग के अनुसार, धनतेरस पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 6:20 बजे से 8:20 बजे तक हो सकेगा। शुक्रवार की दोपहर 2:35 बजे से शनिवार की दोपहर 1:57 बजे तक खरीदारी की जा सकेगी। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि धनतेरस काशी कृष्ण त्रयोदशी से काशी शुक्ल द्वितीया तक पांच दिन यम पंचक कहे जाते हैं।

इनका बड़ा ही महत्वपूर्ण स्थान है। लेकिन, इस अवधि में विवाह, उपन्यन, गृह प्रवेश इत्यादि नहीं किए जा सकते हैं। अन्य तंत्र विज्ञान के दृष्टिकोण से इन पांच दिनों पुनीत महत्व है।

अमृत कलश के साथ धनवंतरी हुए थे प्रकट

दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि जब देवताओं और राक्षसों के बीच समुद्र मंथन हुआ था, तब भगवान धनवंतरी अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। इसीलिए इस दिन धनतेरस के रूप में पूरे देशभर में मनाया जाता है।

धनतेरस के मौके पर बाजारों में लोगों की भरी भीड़ पहुंचती है। इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है और नई चीजों की खरीदारी करके घर लाया जाता है। धनतेरस के दिन लोग भगवान कुबेर की पूजा और प्रार्थना करने के साथ अपने परिवार की सुख-समृद्धि की भी कामना करते हैं।

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