वास्तु शास्त्र में घर बनाने से लेकर घर में क्या और कहां चीजों को रखना चाहिए, ये सभी नियम बताए गए हैं। घर का वास्तु बिगड़ जाए तो जीवन में दिक्कतें पैदा होना शुरू हो जाती हैं। वहीं, घर का सेंटर ऑफ अट्रैक्शन माना जाता है ड्राइंग रूम।
ड्राइंग रूम में ही मेहमानों का आगमन होता है। ज्यादातर लोग ड्राइंग रूम को सजाकर रखते हैं। वहीं, जाने-अनजाने में की गई कुछ गलतियां ड्राइंग रूम में नेगेटिविटी का कारण बन सकती हैं। इसलिए आइए जनतें हैं ड्राइंग रूम से जुड़े कुछ वास्तु के नियम, जो सुख-समृद्धि अट्रैक्ट करते हैं।
घर का ड्राइंग रूम किस दिशा में होना चाहिए तथा उसके फर्नीचर आदि की व्यवस्था किस प्रकार करनी चाहिए?
- घर में ड्राइंग रूम उत्तर-पूर्व अथवा उत्तर-पश्चिम दिशा में होना शुभ माना जाता है।
- सोफा आदि दक्षिण अथवा पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
- हल्का फर्नीचर उत्तर एवं पूर्व दिशा में रखना चाहिए।
- ईशान कोण यथा संभव खाली या बहुत हल्का होना चाहिए यानि इस दिशा में ज्यादा सामान नहीं रखना चाहिए।
- पूर्व एवं उत्तर दिशा में खिड़की होना आवश्यक है।
- दीवारों पर हल्के रंग का पेंट करवाना अच्छा माना जाता है।
- सेंटर टेबल पर एक क्रिस्टल का लोटस रखना शुभ फलदायी होता है।
- ड्राइंग रूम का एंट्री गेट उत्तर या पूर्व की दिशा में होना बेहद शुभ माना जाता है।
- ड्राइंग रूम का निर्माण इस तरीके से करवाना चाहिए की सूर्य की रौशनी कमरे में आती रहे। कमरे में जितना प्राकृतिक प्रकाश आएगा उतना ही शुभ रहेगा।
- वहीं, ड्राइंग रूम के अंदर उत्तर या पूरब की दिशा में खिड़कियां होना बेहद शुभ माना जाता है।