मेरठ । बताया गया कि आरोपियों के खेतों में भी आगजनी की गई है। आग की सूचना पर दमकल विभाग की गाडयि़ां मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। पुलिस गुस्साए लोगों को समझा रही थी कि दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थलों में भी तोडफ़ोड़ कर दी गई। वहीं मौके पर तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। क्षेत्र में कफ्र्यू जैसी स्थिति बनी हुई है।
हस्तिनापुर थानाक्षेत्र के पलड़ा गांव में रविवार शाम बाइक सवार दो हमलावरों ने प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विशु को गोलियों से भून डाला। परिजन उसे लेकर मवाना सीएचसी में पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद ग्रामीणों ने शव को मवाना-हस्तिनापुर रोड पर थाने के तिराहे पर रखकर जाम लगा दिया। परिजनों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हत्यारोपी दूसरे समुदाय के हैं। होली पर झगड़ा हुआ था। तब से रंजिश चल रही है। शाम सात बजे से रात 12 बजे तक जाम लगा रहा।
हंगामे का पता चलने पर एसएसपी रोहित सजवाण, एसपी देहात कमलेश बहादुर, एसपी क्राइम समेत कई थानों की फोर्स पहुंची। वहीं, ग्रामीणों ने दूसरे समुदाय के एक युवक की स्कूटी में तोडफ़ोड़ कर दी।
आईजी नचिकेता झा ने भी देर रात गांव में पहुंचकर घटना की जानकारी ली। उन्होंने थाना प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों की लापरवाही पर जांच के निर्देश दिए। मामले में पलड़ा गांव के प्रधान गजेंद्र समेत दूसरे समुदाय के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। तकरीबन पांच घंटे बाद जाम खोला गया।
पलड़ा गांव निवासी विशु (24) मवाना में कोचिंग करता था। शाम करीब छह बजे वह अपने चचेरे भाई मनीष के साथ गांव के ही प्राइमरी स्कूल के मैदान में खेलने के लिए चला गया। दोनों दीवार पर बैठे थे। तभी बाइक सवार नकाबपोश हमलावर आए। उन्होंने विशु पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और फरार हो गए। परिजन घायल को मवाना सीएचसी लेकर गए। यहां विशु की मौत के बाद शाम करीब सात बजे भीड़ जुट गई।
सरकारी नौकरी, एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग
एसपी देहात कमलेश बहादुर और एसपी क्राइम अनित कुमार सहित अन्य ने पहुंचकर अधिकारियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने कहा कि दूसरे समुदाय के हत्यारोपी नहीं पकड़े गए तो वह जाम भी नहीं खोलेंगे।
ग्रामीणों ने विशू के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, एक करोड़ रुपये मुआवजा और आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई की मांग की। देर रात एसएसपी रोहित सजवाण और एडीएम प्रशासन अमित कुमार भी पहुंच गए। रात 12 बजे जाम खोला गया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि मामले में छह लोग नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। ग्राम प्रधान समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पलडा गांव में दो समुदाय के बीच पहले से ही विवाद चल रहा है। पिछले एक महीने की घटनाओं पर नजर डाली जाए तो पलडा गांव में मार्च के महीने में ही दो बार बडे विवाद हुए, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए हैं। आठ मार्च को होली के दिन भी रास्ते में बुग्गी को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था।
इसके बाद 29 मार्च को एक बार फिर दोनों पक्षों में टकराव हो गया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिसका खामियाजा विशु को अपनी जान देकर गंवाना पड़ा। इस हत्याकांड के बाद अब गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
पिता बोले-आखों के सामने मार दिया इकलौता लाल
विशु के पिता रामबीर ने थाने में तहरीर दी है। इसमें बताया कि ग्राम प्रधान गजेंद्र उसके बेटे से रंजिश रखता था। पहले भी उसने विशु को मारने की धमकी दी थी। शाम करीब छह बजे विशु खेलने के लिए स्कूल के मैदान में पहुंचा। तभी वहां पर दूसरे पक्ष से अनस, अशफल, शाहनजीम, अकरम और मोहम्मद कैफ पहुंचे। उन्होंने विशु पर गोलियां बरसा दीं। आंखों के सामने ही मेरे बेटे को मौत के घाट उतार दिया गया।
रविवार रात को भी कई बार हुई बवाल की स्थिति
जाम के समय एक व्यक्ति उठकर थाने में चला गया। तभी किसी ने अफवाह उड़ा दी कि पुलिस उसे उठाकर ले गई। इसके बाद काफी संख्या में लोग थाने में पहुंच गए और हंगामा करने लगे। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वह किसी को उठाकर नहीं लाए हैं। व्यक्ति खुद थाने में आकर बैठा है, जिसे भीड़ फिर से अपने साथ लेकर चली गई।
परिवार में था इकलौता बेटा
विशु परिवार में इकलौता बेटा था। जिसकी शादी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व नंगली गांव में हुई थी। विशु की पांच महीने की बेटी है। ग्रामीणों ने बताया कि विशु पढऩे-लिखने में बहुत होशियार था। गांव पलडा में समुदाय विशेष के दो धार्मिक स्थलों नें भी तोडफ़ोड़ की गई है। वहीं एसएसपी रोहित सिंह सजवाण पलड़ा गांव में पुलिस फोर्स के साथ लगातार गश्त कर रहे हैं। अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण है।
एसएसपी ने परिजनों से मुलाकात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही कहा कि गांव में शांति व्यवस्था को बनाए रखें, हर संभव मदद की जाएगी। मामले के खुलासे के लिए पांच टीमें लगाई गई हैं, जो लगातार अन्य कई बिंदुओं से जांच कर रही हैं।